मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 354 एवं पोक्सो एक्ट की धारा 10 के तहत जुर्म दर्ज कर विवेचना में लिया। आरोपी को पकड़ने के लिए थानेदार नवनीत पाटिल ने एएसआई संतोषी नेताम के साथ पेट्रोलिंग पार्टी को भेजा गया, लेकिन वह नहीं मिला। इस तरह चार दिन फरारी काटने के बाद सौतेला पिता घर लौटा।
मुखबीर की सूचना पर सुबह तत्काल पुलिस ने दबिश देकर हिरासत में ले लिया। पूछताछ करने पर पहले तो वह ना-नुकूर किया, लेकिन कोतवाली पुलिस ने जब कड़ाई की तो उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। शुक्रवार को दोपहर के बाद विधिवत ढंग से गिरफ्तार कर उसे न्यायालय में पेश किया की गया, जहां से जेल भेज दिया की गया।