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उल्लेखनीय है कि दुगली वन वनपरिक्षेत्र के जंगलों में इन दिनों सिकासेर दल के 35 से 40 हाथियों का दल विचरण कर रहा है, जिसको लेकर आसपास के ग्रामीणों में दहशत है। इससे किसान भारी परेशान है। हाथियों ने रविवार और बीते रात में भोभलाबाहरा और मुनईकेरा के किसानों की फसल रौंदकर बर्बाद कर दिया, जिससे किसान चिंता में है। इस दौरान किसानों ने रतजगा कर पैरा जलाकर अपनी फसलों को बचाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन फिर भी बचा नहीं पाए। जनपद सदस्य बंशीलाल सोरी ने बताया कि गांव में कुछ किसान ऐसे भी है, जिन्होंने कर्ज लेकर अपने बेटों की शादी किया है, जो कर्ज चुकाने के लिए इसी फसल पर निर्भर थे। लेकिन हाथियों के किसान की उमीदों पर पानी फेर दिया।
दुगली के जबर्र्रा क्षेत्र के जंगलों में लंबे समय से 30 से ज्यादा हाथियों का दल डेरा जमाए हुए हैं। इसे लेकर ग्रामीणों में काफी दहशत है। रात होते ही हाथियों का झुंड किसानों के खेत पहुंचकर धान की फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं प्रभावित किसानों ने बताया कि हाथियों के मॉनिटरिंग के लिए गजराज वाहन नहीं पहुंचता है और ना ही वन विभाग की टीम गंभीर दिखाई दे रहे है। उनका कहना है कि वन विभाग की टीम बुलेरो वाहन में सवार होकर पहुंचती है और वाहन में ही बैठे-बैठे निरीक्षण कर लौट जाती है।
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रेंजर दुगली सुभाष ध्रुव ने कहना है कि जबर्रा के जंगलों में 30 से ज्यादा हाथियों की मौजूदगी है। इसे देखते हुए गांवों में मुनादी कराकर लोगों को अलर्ट किया गया है। फसल नुकसान का सर्वे कराकर प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।