इसके तहत प्रशासन ने व्यवसायियों को केवल ग्रीन पटाखा ,बेचने की अनुमति प्रदान की है। सोमवार से मिशन मैदान से पटाखा का स्टाल भी सजकर तैयार हो गया। इस साल कोरोना संकट के चलते केवल 75 व्यवसायियों ने पटाखा विक्रय करने के लिए लायसेंस नवीनीकरण कराया है। इस तरह पिछले साल की तुलना में यहां 28 दुकानें कम लगी हैं।
यहां ग्रीन पटाखों का ही विक्रय किया जा रहा है, लेकिन शहर के भीतर कुछ दुकानों में पटाखा के पुराने स्टाक को भी खपाया जा रहा है। पत्रिका पड़ताल में पता चला है कि कुछ दुकानदार सामान्य पटाखों का रैपर बदलकर उसमें ग्रीन पटाखों का लेबल लगाकर बेच रहे हैं। ऐसे में यदि समय पर इसकी जांच पड़ताल नहीं की गई, तो प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति तक पहुंच सकता है और इससे बच्चों व बुजुर्गों को अधिक परेशानी होगी।