मगर उनके मंसूबे पर राजस्व और नजूल विभाग की उदासीनता पानी फेर रहा है । उनका कहना है कि यदि जल्द ही उनके इस आवेदन पर विचार नहीं किया गया तो वे सभी उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। कलेक्टर ने उनकी बातों को गंभीरता से ले के बाद राजस्व और नजूल अधिकारी को उचित कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है।