scriptदिवाली में देर रात तक शहरों में फूटते रहे पटाखे, खतरनाक स्थिति में पहुंचा प्रदूषण का ग्राफ | Pollution increase in city due to firecracker in diwali 2019 | Patrika News
धमतरी

दिवाली में देर रात तक शहरों में फूटते रहे पटाखे, खतरनाक स्थिति में पहुंचा प्रदूषण का ग्राफ

दीपावली पर्व में शहर समेत आसपास के क्षेत्रों में जमकर पटाखा फोड़े गए। इससे निकलने वाले गैस से प्रदूषण का ग्राफ एक बार फिर बढ़ गया है।

धमतरीOct 30, 2019 / 08:29 am

Akanksha Agrawal

Diwali 2019

दिवाली में देर रात तक शहरों में फूटते रहे पटाखे, खतरनाक स्थिति में पहुंचा प्रदूषण का ग्राफ

धमतरी. दीपावली पर्व में शहर समेत आसपास के क्षेत्रों में जमकर पटाखा फोड़े गए। इससे निकलने वाले गैस से प्रदूषण का ग्राफ एक बार फिर बढ़ गया है। उल्लेखनीय है कि इस साल पटाखों से होने से वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से कोई विशेष तैयारी नहीं की गई थी।

उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ सालों में शहर में वायु प्रदूषण का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) ने भी इस पर अपनी नाराजगी जाहिर की है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे संज्ञान में लेते हुए दीपावली के मौके पर रात 10 बजे तक ही पटाखा जलाने की अनुमति प्रदान की गई थी। यही नहीं प्रदूषण के ग्राफ को कम करने के लिए पटाखा व्यवसायियों को ग्रीन पटाखे बचने के लिए कहा गया था, लेकिन इसका असर शहरी जिले में देखने को नहीं मिला। यहां एक भी व्यापारियों ने ग्रीन पटाखा बेचने के लिए लाइसेंस नहीं लिया था। ऐसे में बाजार में सल्फर, नाइट्रोजन और चारकोल से बनी पटाखों की जमकर बिक्री की गई है। उधर लक्ष्मी पूजा दिन शाम को पटाखा जलाने का दौर शुरू हुआ। दो दिनों तक सुबह-शाम पटाखा जलाने के चलते वायु मंडल में एक बार फिर प्रदूषण का ग्राफ खतरनाक स्थिति तक पहुंच गया है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो