परिजन के अनुसार परीक्षा के बाद दीपक की छुट्टियां लग गई थी, जो मुरादपुरा से आए बड़े पापा कालूसिंह के साथ छुट्टियां मनाने उनके साथ जा रहा था। अमूमन परीक्षा समाप्त होते ही छुट्टियों में हर बच्चे की घर से बाहर रिश्तेदारों के यहां जाने की इच्छा होती है। मृतक कालुसिंह के बेटे जगदीश ने बताया कि वे मूल रूप से बाग के पास खंडलाई के रहने वाले हैं, जो करीब ३० वर्ष से सांवेर रोड स्थित मुरादपुरा में जा बसे हैं।
जगदीश बैंक ऑफ इंडिया की देपालपुर शाखा में कैशियर के पद पर पदस्थ हैं, जो घटना की जानकारी लगते ही धार आ पहुंचे। पुलिस ने बताया कि दोनों के गिर जाने के बाद पीछे से आने वाली गाड़ी कालूसिंह का सिर कुचल गई तो सडक़ तक फैले दीपक के पैर के चिथड़े उड़ा दिए। घटना सुबह ९ बजे की बताई जा रही है। सडक़ पर जमा हुए लोगों ने तुरंत 100 डायल को फोन किया, जो मौके पर आई और दोनों को लेकर जिला अस्पताल पहुंची। यहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत बताया।
बडक़ेश्वर के दर्शन करने आए थे कालूसिंह कालूसिंह खंडलाई के बडक़ेश्वर महादेव पर लगने वाले मेले देखने के लिए तीन दिन से आए हुए थे। गांव में ही इनका पारिवारिक मकान भी है, जहां उनके छोटे भाई छतरसिंह रहते हैं। परिजन के अनुसार मृतक कालूसिंह दो दिन से मनावर रुके हुए थे, जो शुक्रवार को मुरादपुरा के लिए निकले। उनके साथ जाने के लिए छोटे भाई छतरसिंह के बेटे दीपक ने जिद की तो शुक्रवार को वे उसे भी लेकर मुरादपुरा के लिए निकले। मनावर में कालूसिंह के छोटे भाई हरिसिंह सोलंकी रहते हैं, जो शासकीय स्कूल आवल्दामान में खेल शिक्षक हैं। शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे लबरावदा फाटे पर सडक़ दुर्घटना में मौत हो गई।