शहर में ईसाई मिशनरी की जमीन का घोटाला नगर के सफेदपोश माफियाओं ने किया था। तत्कालीन डीएसपी यशस्वी शिंदे ने जांच के बाद माफियाओं पर प्रकरण दर्ज किया था। इसके बाद इनके मददगार तत्कालीन एसडीएम सीके गुप्ता, नगर पालिका के तत्कालीन इंजीनियर सुधीर ठाकुर पर भी एफआइआर दर्ज की गई थी। इसके बाद दोनों को 27 दिसंबर को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने ठाकुर का तीन दिन का रिमांड लिया। बाद में 3 जनवरी को जेल भेज दिया। सरकारी नियम के तहत 48 घंटे जेल में रहने वाले कर्मचारी को निलंबित कर दिया जाता है, लेकिन ठाकुर के साथ ऐसा नहीं हुआ।
सरकारी योजनाओं की लापरवाही में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान मंच से ही अधिकारियों को निलंबित कर रहे हैं। नगर में अधिकारी भ्रमण के दौरान गायब कर्तव्य स्थल से सिर्फ गायब मिलने वाले कर्मचारियों को ताबडतोड निलंबित कर रहे हैं,लेकिन ठाकुर पर विभागीय कार्रवाई आज तक नहीं हो पाई है। कांड करने वाले कर्मचारी को निलंबित करते अन्य स्थान पर अटैच किया जाता है, लेकिन ठाकुर फिर राजनीतिक संबंधों के आधार पर पीथमपुर में ही काम कर रहे हैं।
धार में वर्षों से डटे
दरअसल सुधीर ठाकुर धार नगर पालिका में वर्षों से डटे थे। स्थानीय होने के कारण ये सेंट टेरेसा घोटाले के मास्टर माइंडों के मददगार बने। बाद में इन्हें महू और फिर वर्तमान में ये पीथमपुर में काम कर रहे हैं।
सीएमओ नहीं उठाती फोन
पीथमपुर सीएमओ मधु सक्सेना से पक्ष जानने के लिए फोन लगाया। इसके बाद उन्हें मैजेस भी किया लेकिन उन्होंने काल रिसीव करना उचित नहीं समझा। दरअलस सक्सेना भी पहले पीथमपुर, फिर धार और वापस पीथमपुर में ही सेवाएं दे रही हैं।
मांडू में अधिकारी देख रहे व्यवस्था
मांडू में भाजपा का प्रशिक्षण वर्ग शुरू होने वाला है। यहां की व्यवस्थाओं के लिए सुधीर ठाकुर मांडू में पिछले चार दिन से नजर आ रहे हैं। ये नगर भ्रमण और सफाई व्यवस्थाएं देख रहे हैं।
मामले को दिखवाता हूं
मेरे पास प्रस्ताव नहीं आया है। अगर ऐसा है तो मैं मामले को दिखवाता हूं।
डॉ पंकज जैन, कलेक्टर
जेल जाने के बाद सुधीर ठाकुर के निलंबन का प्रस्ताव इंदौर कार्यालय भेजा था। जहां से कोई आदेश नहीं आया। वे पीथमपुर में ही कार्य कर रहे हैं।
-विजय अहीर, आफिस अधीक्षक, नपा पीथमपुर