पहले से थे परिचित सटोरिया राजदीप और आरोपी अश्विन पहले से एक-दूसरे को जानते थे। धार शोरूम पर कैशियर पर नियुक्ति की जानकारी भी राजदीप को थी। अश्विन कैशियर के रूप में काम करने पर १० हजार ५०० रुपए सैलेरी लेता था, इस पैसे से अश्विन क्रिकेट पर हार-जीत कर रहा था। पुलिस के अनुसार सटोरिये राजदीप ने अश्विन को शोरूम की रकम क्रिकेट सट्टे पर लगाने के कहा। बहकावे में आकर अश्विन ने रकम लगाई और अप्रैल-२०२२ में शोरूम के पैसे १० लाख रुपए तक की कमाई भी कर ली।
आइपीएल क्रिकेट सट्टे पर लगाई और हार गया कोतवाली टीआइ समीर पाटीदार ने बताया २८ जून को मुखबिर की सूचना के आधार पर गबन के आरोपी अश्विन को इंडोरामा से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में अश्विन ने गबन की राशि 49 लाख 9 हजार 933 रुपए सिंघाना के स्टोरिये राजदीप पिता जगदीश हम्मड़(३५), सावन पिता हेमंत राठौर(२९), प्रदीप पिता हेमाजी राठौर(३२) सभी निवासी सिंघाना व कमिशन एजेंट पारस पिता रतनलाल अग्रवाल(३३) निवासी धानमंडी धार के बहकावे में आकर आइपीएल क्रिकेट सट्टे पर लगाई और हार गया।
नगर में भी है सटटे का जोर नगर में भी क्रिकेट और जुएं की टेबलें चलाई जा रही है। पुलिस की जानकारी के बाद भी नेताओं की शह पर शहर सहित जिलेभर में जुआं खिलाया जारहा है। हारने वाला व्यक्ति पैसों के लिए चोरी और लूट जैसी वारदातों को भी अंजाम दे रहा है।