कुशवाह ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा था कि उन्हें तत्कालीन सत्तारूढ़ भाजपा सरकार द्वारा जानबूझकर हत्या के मामले में फंसाया जा रहा है। विधायक शोभारानी ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने उनके पति को जमानत दे दी है। जरूरी कागजी कार्रवाई के बाद बी एल कुशवाह जेल से बाहर आ जाएंगे। बी एल कुशवाह फिलहाल भरतपुर के सेवर जेल में बंद हैं।
जुलाई, 2014 में, राजस्थान हाई कोर्ट ने तत्कालीन धौलपुर विधायक की अग्रिम जमानत याचिका इस आधार पर खारिज कर दी थी कि उन पर एक जघन्य अपराध का आरोप लगाया गया था। हाई कोर्ट से जमानत अर्जी खारिज होने के बाद बी एल कुशवाह ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाई थी, लेकिन वहां भी उन्हें निराशा हाथ लगी थी। हालांकि, पूर्व विधायक ने सुप्रीम कोर्ट में फिर अर्जी लगाई थी जिसके बाद देश के शीर्ष कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी।
उल्लेखनीय है कि नरेश कुशवाह का शव धौलपुर जिले के सदर थाने के अंतर्गत आने वाले झील का पुरा गांव में मिला था। बाद में मृतक के भाई थान सिंह ने पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। प्रारंभिक जांच के बाद, पुलिस ने गनमैन सिंह को गिरफ्तार कर लिया था, जिसने हत्या में तत्कालीन विधायक कुशवाह की संलिप्तता कबूल कर ली थी। नरेश का पूर्व विधायक की बहन के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। यही वजह कथित तौर पर हत्या का कारण बनी।