जानकारी के अनुसार विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति के अनुमोदन व सहमति के बिना कोई भी स्कूल अंग्रेजी माध्यम में रूपांतरित नहीं करने के स्पष्ट निर्देश हैं। जबकि एसएमसी सचिव का कहना है कि बैठक कब उनकी जानकारी में नहीं है। वर्तमान में महज 30 के करीब विद्यार्थी नामांकित है। शिक्षा विभाग ने बीते माह पांच शिक्षकों को इस स्कूल में पोस्टिंग दी है। जबकि दो शिक्षक पहले से तैनात थे। इसके बाद एक शिक्षक को कार्य व्यवस्था में पड़ोसी विद्यालय में भेज दिया गया। उधर, जिले के कई स्कूलों में नामांकन अधिक होने के बावजूद वहां पर पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं है।
एसएमसी के नहीं ली गई सहमति सूत्रों के मुताबिक किसी भी प्राथमिक विद्यालय को बिना विद्यालय प्रबंधन समिति की सहमति के अंग्रेजी माध्यम में रूपांतरित नहीं किया जा सकता था। लेकिन यहां इस विभागीय निर्देशों की अनदेखी की गई। कुछ पदाधिकारियों ने बताया कि दयेरी के बड़े स्कूल को अंग्रेजी माध्यम में किया जाना था। लेकिन मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से दयेरी के स्थान पर दयेरी का पुरा को अंग्रेजी माध्यम में रूपांतरित करवा दिया। एसएमसी सचिव सबको देवी ने कहना है कि ना तो कोई इंग्लिश मीडियम स्कूल को लेकर बैठक हुई है, सब उच्च अधिकारियों ने कर दिया। उन्हें कुछ नहीं पता है इंग्लिश मीडियम स्कूल को लेकर आज तक कोई बैठक आयोजित नहीं हुई है। वहीं कुछ अभिभावकों का कहना है कि अच्छा है कि गांव के बच्चे भी अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा ले सकेंगे।
जिले में 60 अंग्रेजी माध्यम के स्कूल संचालित शुरुआत में जिला मुख्यालय पर उसके बाद उपखंड मुख्यालय पर अंग्रेजी माध्यम के स्कूल शुरू किए गए थे। बाद में 5 हजार से अधिक की आबादी वाले गांवों में महात्मा गांधी अंग्रेजी विद्यालय शुरू कर दिए। लेकिन विधानसभा चुनाव से पहले नियमों को अनदेखा करते हुए छोटे मजरा व ढाणियों के स्कूलों को भी अंग्रेजी माध्यम में बदल दिया। जिले में वर्तमान में 60 अंग्रेजी माध्यम के स्कूल संचालित किया जा रहे हैं। जिनमें धौलपुर ब्लॉक में 16, राजाखेड़ा में 14, बाड़ी में 10, बसेड़ी व सरमथुरा में 7-7 तथा सैंपऊ ब्लॉक में 6 स्कूल संचालित हैं।
– अंग्रेजी माध्यम स्कूल जिले में 60 संचालित हो रहे हैं। सभी स्कूलों में पूरा स्टाफ है। हर ब्लॉक में स्कूल को अंग्रेजी माध्यम में बदला गया है। बच्चों की संख्या अलग-अलग है। सभी विद्यालयों में पढ़ाई में कोई कमी नहीं है।
– महेश कुमार मंगल, जिला शिक्षा अधिकारी धौलपुर