
Healthy Mid Meal Snacks
Healthy Mid Meal Snacks: हम अक्सर परेशान रहते हैं कि हमें दोपहर के खाने से पहले नाश्ते में क्या खाना चाहिए। यदि हम दोपहर के भोजन से पहले कुछ खा लेते हैं तो इससे अचानक लगने वाली भूख को कम करने, ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने और मुख्य भोजन के लिए ज़्यादा खाने से रोकने में मदद करते हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि हम दोपहर के भोजन से पहले कुछ सीड्स का सेवन करते हैं तो इससे हमारी भूख की समस्या दूर होती है साथ ही हमारा मेटाबॉलिज्म सही रहता है। इसलिए हम आज कुछ ऐसे सीड्स की बारे में बात करेंगे जो दोपहर के भोजन से पहले खाना फायदेमंद हो सकते हैं।
Healthy Mid Meal Snacks: चिया सीड्स का सेवन
चिया सीड्स को पोषण का पावरहाउस कहते हैं इसमें फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड और प्रोटीन की उच्च मात्रा में होते हैं। इसका सेवन आपके पेट को लंबे समय तक भरा हुआ रखता है। आप चिया सीड्स को दही, स्मूदी में मिलाकर या पुडिंग में मिलाकर खा सकते हैं।
कद्दू के बीज में पेपिटास मैग्नीशियम, आयरन और जिंक से भरपूर होते हैं, जो पूरे स्वास्थ को सही रखने के लिए बेहतरीन विकल्प हो सकता है। पंपकीन सीड्स में एंटीऑक्सीडेंट और स्वस्थ वसा होते हैं। भुने हुए कद्दू के बीज अपने आप में एक स्वादिष्ट नाश्ता बनाते हैं या अतिरिक्त क्रंच और पोषण के लिए ट्रेल मिक्स, ग्रेनोला बार या सलाद में मिलाए जा सकते हैं।
Healthy Mid Meal Snacks: फ्लैक्स सीड्स
फ्लैक्स सीड्स में ओमेगा-3 फैटी एसिड और लिग्नान अच्छा मात्रा में होता है, इसके लिए अलसी के बीजों को ज्यादा महत्व दिया जाता है। अलसी के बीज में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं। आप यदि पाचन सही नहीं है तो अलसी के बीज फायदेमंद हो सकते हैं। अलसी के बीज का सेवन दलिया, स्मूदी या सलाद में मिलाकर खाया जा सकता है।
मिड मील नाश्ता करने से ऊर्जा स्तर को बनाए रखने में मदद मिलती है। यह आपकी अत्यधिक भूख को रोकता है, और रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर कर सकता है, जिससे मुख्य भोजन में अधिक खाने का जोखिम कम हो जाता है। विशेषज्ञों के कहते हैं कि दोपहर के नाश्ते में पोषक तत्वों से भरपूर स्नैक्स चुनने लेने चाहिए। ऐसे में आप कुछ सीड्स का सेवन कर सकते हैं जो प्रोटीन, फाइबर और स्वस्थ वसा और कार्ब्स से भरपूर हो।
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डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Published on:
17 Dec 2024 12:19 pm
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