scriptपत्नी का दर्जा मांग रही प्रेमिका और मासूम बेटी को पूर्व सरपंच ने लगाया था ठिकाने | Dungarpur crime news | Patrika News
डूंगरपुर

पत्नी का दर्जा मांग रही प्रेमिका और मासूम बेटी को पूर्व सरपंच ने लगाया था ठिकाने

डूंगरपुर. जिले के सदर थाना क्षेत्र के गामड़ी देवल में छह दिन पूर्व सड़क किनारे युवती की और उसी दिन बिछीवाड़ा थाना क्षेत्र के भुवाली में नाले के किनारे बच्ची की लाश मिलने के मामले का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। युवती ग्राम पंचायत थाणा के पूर्व सरपंच की पे्रमिका थी तथा वह बच्ची भी उन दोनों की थी। युवती द्वारा पत्नी का दर्जा मांगने का दबाव बनाने पर पूर्व सरपंच ने अपने भाई-पुत्र सहित अन्य के साथ मिलकर प्रेमिका और बेटी को ठिकाने लगवा दिया था। पुलिस ने मात्र छह दिन में दोहरे हत्याकाण्ड का खुलासा करते सभी

डूंगरपुरJul 11, 2020 / 08:26 pm

Harmesh Tailor

पत्नी का दर्जा मांग रही प्रेमिका और मासूम बेटी को पूर्व सरपंच ने लगाया था ठिकाने

पत्नी का दर्जा मांग रही प्रेमिका और मासूम बेटी को पूर्व सरपंच ने लगाया था ठिकाने

पत्नी का दर्जा मांग रही प्रेमिका और मासूम बेटी को पूर्व सरपंच ने लगाया था ठिकाने
– पांच वर्ष से चल रहे थे अवैध संबंध
– थाणा गांव का पूर्व सरपंच, उसका पुत्र, भाई सहित पांच जने गिरफ्तार
– दोहरे हत्याकाण्ड का खुलासा
डूंगरपुर.
जिले के सदर थाना क्षेत्र के गामड़ी देवल में छह दिन पूर्व सड़क किनारे युवती की और उसी दिन बिछीवाड़ा थाना क्षेत्र के भुवाली में नाले के किनारे बच्ची की लाश मिलने के मामले का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। युवती ग्राम पंचायत थाणा के पूर्व सरपंच की पे्रमिका थी तथा वह बच्ची भी उन दोनों की थी। युवती द्वारा पत्नी का दर्जा मांगने का दबाव बनाने पर पूर्व सरपंच ने अपने भाई-पुत्र सहित अन्य के साथ मिलकर प्रेमिका और बेटी को ठिकाने लगवा दिया था। पुलिस ने मात्र छह दिन में दोहरे हत्याकाण्ड का खुलासा करते सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
यह था मामला
गामड़ी देवल फला बोरणा बेडा नाका में 5 जुलाई को अज्ञात महिला का शव बरामद हुआ था। महिला की उम्र करीब 25 वर्ष थी। साडी, ब्लाउज व पेटीकोट पहने हुए थी। उसके मुंह से जीभ बाहर निकली हुई थी। गले पर फ ंदा लगाने जैसे निशान थे। उसी दिन भुवाली में एक होटल के पास नाले के किनारे 10 माह की बच्ची का भी शव बरामद हुआ था। पुलिस ने शव को मुर्दाघर में रखवाया कर शिनाख्तगी के प्रयास शुरू किए। आठ जुलाई को नवलश्याम फला बामदरा निवासी दिनेश पुत्र शंकर मनात ने मृतका की शिनाख्त अपनी बहन माया पुत्री शंकर मनात के रूप में की थी। परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट में बताया कि माया पूर्व में डूंगरपुर में इलेक्ट्रीकल से बी-टेक कर रही थी। बाद में कोचिंग और जॉब के लिए उदयपुर में कमरा किराए लेकर रह रही थी। 4 जुलाई को मोबाइल पर बात होने पर माया को प्रार्थी के पुत्र का जन्म दिन होने से घर बुलाया था, तो उसने 6 या 7 जुलाई को आना बताया था। उसी दिन बलवाड़ा निवासी हरिलाल पुत्र नारायणलाल बरण्डा ने घर आया। पिता शंकर मनात को माया के थाणा के पूर्व सरपंच बाबूलाल ननोमा से अवैध संबंध होने तथा इस बात को लेकर बाबूलाल और उसके घरवालों को परेशान करने की बात कही थी। साथ ही उसकी जान को खतरा होने बात कहते हुए माया को समझाने का कहकर चला गया था। परिवार वालों ने माया से संपर्क का प्रयास किया, लेकिन मोबाइल बंद आ रहा था। पुलिस की ओर से लाश का फोटो वायरल करने पर वह पहचान नहीं पाए। सात जुलाई तक भी माया घर नहीं लौटी तो पुलिस से संपर्क कर मुर्दाघर पहुंच कर शव की शिनाख्त की।
यूं हुआ खुलासा
पुलिस अधीक्षक जय यादव ने मामल की गंभीरता को देखते हुए भुवाली में मिली बच्ची की लाश के घटनाक्रम को भी इससे जोड़ते हुए गहन अनुसंधान के निर्देश दिए। साथ ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गणपति महावर के निर्देशन में उपाधीक्षक प्रभातीलाल जाट, थानाधिकारी कैलाश सोनी के नेतृत्व में टीम गठित की। पुलिस ने बलवाड़ा निवासी हरिलाल को पूछताछ के लिए डिटेन किया। हरिलाल ने पाल देवल निवासी रमेश पुत्र वेसात कोटेड़ के साथ पूर्व सरपंच बाबूलाल के कहने पर मृतका के पिता को धमकाना कबूल किया। इस पर पुलिस ने पूर्व सरपंच को डिटेन किया। पूछताछ में पूर्व सरपंच ने अपने भाई व पुत्र सहित दो अन्य साथियों के साथ मिलकर माया व १० माह की पुत्री की हत्या करना कबूल किया। पुलिस ने पूर्व सरपंच बाबूलाल पुत्र रमेश ननोमा, उड़ादरा पाल देवल निवासी राकेश पुत्र वेसात कोटेड, थाणा फला रेटा निवासी सुनील पुत्र बाबूलाल ननोमा, बलवाड़ा रागेला फला निवासी हरिलाल पुत्र नारायण बरंडा व प्रकाश पुत्र रमेश ननोमा को गिरफ्तार किया।
यूं समझें साजिश- कड़ी-दर-कड़ी
– मृतका माया व पूर्व सरपंच बाबूलाल के बीच पिछले पांच सालों से अवैध संबंध चल रहे थे। इससे माया गर्भवती हो गई। करीब 10 माह पूर्व डूंगरपुर के एक निजी चिकित्सालय में उसने एक बच्ची को जन्म दिया।
– माया अपनी बच्ची को साथ रखकर उदयपुर कोचिंग करती थी। जब भी डूंगरपुर आती तो वह बच्ची को बाबूलाल के पास छोड़कर अपने घर जाती थी।
– माया व बाबूलाल के बीच अक्सर शादी को लेकर विवाद होता था।
– कोविड़-१९ के चलते माया डूंगरपुर आई। बाबूलाल ने डूंगरपुर पातेला में किराए पर कमरा लेकर माया को वहां रखा।
– कभी-कभी बाबूलाल उसको मिलने जाता और जरूरत के अनुसार पैसा देता था।
– माया बाबूलाल को शादी करने और पत्नी का दर्जा देने के लिए दबाव बना रही थी। साथ ही जल्द शादी नहीं करने पर गांव में आकर परिवार व रिश्तेदारों को संबंधों के बारे में बता देने की धमकी दी।
– चार जुलाई को इसी बात को लेकर दोनों में मोबाइल पर झगड़ा हुआ। माया अपनी पुत्री को लेकर शाम 5 बजे थाणा गांव में पूर्व सरपचं की तमन्ना होटल पर पहुंच गई।
– बाबूलाल ने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया।
– होटल पर राकेश कोटेड़ मिला। उसने माया को होटल के कमरे में ठहरा कर बाबूलाल व उसके परिवार को सूचना दी।
– बाबूलाल गुस्से से आग बबुला हो गया और राकेश के साथ मिलकर शराब पीते हुए माया और उसकी पुत्री को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। अपने भाई प्रकाश और पुत्र सुनील को भी इसमें शामिल कर लिया।
– रात 11 से 12 बजे के बीच बाबूलाल ने राकेश, प्रकाश व सुनील को भेजा। होटल पर सोई माया से राकेश ने जाकर बातचीत की। तभी सुनील वहां आ गया और प्रकाश बाहर निगरानी में खड़ा रहा।
– मौका पाकर राकेश ने माया का दुपट्टा लेकर गला दबा दिया। सुनील ने उसके पैर पकड़ रखे। माया की मौत के बाद सुनील ने उसकी दुधमुंही बच्ची को भी उसी दुपट्टे से मुंह और नाक दबा दिया। दम घुटने से बच्ची की भी मौत हो गई।
– सुनील लाशें ठिकाने लगाने के लिए घर जाकर बाबूलाल की कार लाया। राकेश और प्रकाश ने माया की लाश कार की डिग्गी में रखी और बच्ची की लाश को पीछे की सीट पर रखा।
– रात करी 12.30 बजे वे कार से थाणा से रवाना होकर सुन्दरपुर होते हुए गामडी देवल फला बोरणा नाका पहुंचे। नाले के पास माया की लाश को सडक किनारे झाडियों में डाल दिया।
– उसके बाद शिशोद होते हुए भुवाली मोड़ पहुंचे तथा वहां नाले के किनारे बच्ची की लाश डाल कर वापस मोतली मोड, देवल, सतीरामपुर, डूंगरपुर होते हुए थाणा पहुंच गए।
इस टीम ने किया खुलासा
दोहरे हत्या काण्ड का खुलासा करने वाली टीम में थानाधिकारी सोनी सहित हैडकांस्टेबल गिरीराजसिंह, पोपटलाल, जयसिंह, कांस्टेबल लोकेश कुमार, महेंद्रसिंह, लोकेन्द्रसिंह, श्रीनिवास , प्रकाश, ज्योति, राजेन्द्र कुमार तथा अजितसिंह शामिल रहे।
युडी – ३८
डंूगरपुर. दोहरे हत्याकाण्ड के मामले में गिरफ्तार आरोपियों के साथ पुलिस दल।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो