काफी देर तक बच्चों के नहीं लौटने पर कपिल की मां ने दामड़ी मजदूरी पर गए पति जयदेव को फोन पर सूचित किया। इस पर जयदेव घर लौटा और बच्चों की तलाश करने निकला। एनिकट के पास कपड़े देखकर पानी में छलांग लगाकर ढूंढने का प्रयास किया। इस दौरान उसके बेटा कपिल मिला, उसे बाहर निकाल कर दोबारा गोता लगाया तो अभिषेक भी मिल गया। दोनों बच्चों को दामड़ी अस्पताल लाए, वहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दोनों बच्चे आपस में काका-भतीजे के लडक़े हैं।
बुझ गया चिराग ( Two die of drowning )
मृतक अभिषेक अपने पिता का इकलौता बेटा था और वह पांचवी कक्षा में अध्ययनरत था। उसकी तीन बहनें हैं प्रेरणा, दीपू व खुशबू। कपिल पर टिकी थी
परिवार की उम्मीदें मृतक कपिल के एक बड़ा भाई और तीन बहनें हैं। बड़ा भाई तुलसीराम मानसिक व शारीरिक रूप से कमजोर है। कपिल नवीं कक्षा का छात्र था तथा परिवार की उम्मीदें उसी पर टिकी हुई थीं।
कुटुम्ब में मचा कोहराम एक ही परिवार के दो बच्चों की मौत से गांव में माहौल गमगीन हो गया। परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है। दोनों बच्चों के पिता मजदूरी करके परिवार का पालन पोषण करते हैं। कपिल के पिता जयदेव दामडी तथा अभिषेक के पिता कांतिलाल अहमदाबाद में रोजगाररत हैं।