ओपीडी में मैनुअल पर्ची काटा जा रहा है। खास बात यह है कि ओपीडी का शुल्क १० रुपए है। अनियमित कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से पंजीयन कक्ष की जिम्मेदारी स्टाफ नर्सो को दी गई है। वे मैनुअल पर्ची काट कर मरीजों को दे रही है। पुरानी पर्ची का उपयोग करने से काउंटर में विवाद की स्थिति बन रही है। पर्ची में ५ रुपए प्रिंट है। नए मरीज १० रुपए मांगे जाने पर विवाद कर रहें हैं।
जिला अस्पताल पहुंचे जामगांव आर के रामकुमार चंद्राकर ने बताया कि उनके बेटे की तबियत अचानक बिगड़ गई। सुबह ११ बजे १०८ पर कॉल किया था। दो घंटा इंतजार करने के बाद भी गाड़ी नहीं आई तो टैक्सी कर बेटे को अस्पताल लाना पड़ा। स्थिति गंभीर होने पर डॉक्टरों ने मेकाहारा रेफर कर दिया। बाद में उसी टैक्सी से बेटे को रायपुर लेकर गए।
छत्तीसगढ़ संयुक्त प्रगतिशील कर्मचारी महासंघ के बैनरतले कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर मानस भवन के सामने अनिश्चिकालीन हड़ताल पर बैठे हैं। पंडाल में आक्रोशित कर्मचारियों ने दो घंटा तक हवन किया। हवन करते हुए भगवान से सरकार को सदबुद्धी देने प्रार्थना की। कर्मचारियों ने मांगों के समर्थन में नारेबाजी व सभा की। संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि 18 जुलाई तक काम छोड़कर जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन किया गया। अब १९ जुलाई गुरुवार को सभी संभाग मुख्यालयों में प्रदर्शन होगा। इसके बाद प्रदेश स्तरीय धरना रायपुर में 21 व 22 जुलाई को किया जाएगा। 23 जुलाई को राजधानी में मौन रैली निकाली जाएगी। इसके बाद से 25 जुलाई से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू किया जाएगा।
0 सभी अनियमित कर्मचारियों का नियमितीकरण।
0 प्रशासकीय स्वीकृति और बजट के नाम पर सेवा वृद्धि व पृथक किए जाने की व्यवस्था पर रोक
0- 62 वर्ष की आयु तक सेवा सुरक्षा।
0 छटनी किए गए अनियमित कर्मचारियों की बहाली।
0 आउट सोर्सिंग व ठेका प्रथा समाप्त किया जाए।