घटना मंगलवार रात की है। बुधवार को पोस्टमार्टम हुआ। जिसमें यह खुलसा हुआ कि बच्चे के सिर पर आई चोट गिरने से नहीं आ सकती। मासूम के सिर पर किसी भारी वस्तु से वार किया गया है। पुलिस ने डॉक्टर से क्यूरी करने के बाद परिजन से पूछताछ की। मासूम की मां पल्लवी ने पुलिस को बताया कि मासूम के सिर पर कैसे चोट आई उसे जानकारी नहीं है। वह भीतर कमरे में काम कर रही थी। मासूम के आहट नहीं मिलने पर वह बाहर आई, तो आयुष खामोश था। उसके पति ने उसे बताया कि आयुष सीढ़ी से गिर गया है। पुलिस को मामला समझ में आते ही आरोपी को थाना लाकर पूछताछ की। पुलिस की पूछताछ में आरोपी टूट गया और अपराध करना स्वीकार किया।
पल्लवी यादव राजनादगांव की निवासी है। पति को छोड़ वह अपने बच्चे आयुष के साथ मायके में रह रही थी। अरविन्द ने पल्लवी के साथ एक माह पहले विवाह किया था। डोंगरगढ़ मंदिर में पल्लवी से विवाह करते समय वादा किया था कि वह उसके पुत्र को अपना समझ कर पालेगा। टीआई मोहन नगर थाना गोपाल वैश्य ने बताया कि आरोपी को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया। मामले में हत्या का अपराध दर्ज किया गया है। आरोपी को न्यायायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।
मासूम आयुष एक पैर से दिव्यांग था। वह ठीक से चल नहीं पाता था। रात में रोने पर मजदूरी करने वाला अरविन्द बड़बड़ाने लगता था। आरोपी कहता था कि इस बच्चे के कारण उसका जीवन नर्क बन चुका है। दूसरे की संतान को जबरदस्ती पालना पड़ रहा है। इस बात को लेकर उसका अपनी पत्नी पल्लवी के साथ विवाद होता था।