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इंसानियत शर्मसार, बेरहम पिता ने दो साल के मासूम बेटे को पटक-पटकर मार डाला

मोहन नगर पुलिस ने पुत्र की हत्या के जुर्म में शुक्रवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोपी ने अपने दो साल के सौतेले पुत्र आयुष की जमीन पर पटक कर हत्या

दुर्गAug 05, 2017 / 04:47 pm

Satya Narayan Shukla

दुर्ग. दुर्ग के मोहन थाना क्षेत्रांतर्गत एक सौतेले पिता ने दो साल के अबोध बेटे को जमीन पर पटक कर मार डाला। फिर अपनी करतूत पर पर्दा डालने के लिए पुलिस और लोगों की आंखों में धूल झोंकन का प्रयास किया। सबको कहानी गढ़कर यही बताया कि बच्चा सीढ़ी से नीचे गिर गया था। पर पोस्ट मार्टम रिपोर्ट ने कैलाश नगर निवासी अरविन्द यादव (२५ वर्ष) के इस जघन्य अपराध का चि_ा खोल दिया। मोहन नगर पुलिस ने उसे पुत्र की हत्या के जुर्म में शुक्रवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोपी ने अपने दो साल के सौतेले पुत्र आयुष की जमीन पर पटक कर हत्या की थी। वह इस मासूम बच्चे को बोझ समझता था।
आयुष एक पैर से दिव्यांग था। घटना एक अगस्त की रात की है। आरोपी अरविन्द ने अपने पुत्र को हवा में उछालते हुए जमीन पर पटक दिया था। गिरते ही मासूम की सांसे थम गई। आरोपी ने पुलिस से बचने के लिए झूठ बोला। मृत हो चुके मासूम को यह कहते हुए जिला अस्पताल ले गया कि सीढ़ी से गिरने के बाद आयुष बेहोश हो गया है। जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने परीक्षण करते ही बच्चे को मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों ने मौत को संदिग्ध मानते हुए पुलिस को सूचना दी थी।
ऐसे खुला मामला
घटना मंगलवार रात की है। बुधवार को पोस्टमार्टम हुआ। जिसमें यह खुलसा हुआ कि बच्चे के सिर पर आई चोट गिरने से नहीं आ सकती। मासूम के सिर पर किसी भारी वस्तु से वार किया गया है। पुलिस ने डॉक्टर से क्यूरी करने के बाद परिजन से पूछताछ की। मासूम की मां पल्लवी ने पुलिस को बताया कि मासूम के सिर पर कैसे चोट आई उसे जानकारी नहीं है। वह भीतर कमरे में काम कर रही थी। मासूम के आहट नहीं मिलने पर वह बाहर आई, तो आयुष खामोश था। उसके पति ने उसे बताया कि आयुष सीढ़ी से गिर गया है। पुलिस को मामला समझ में आते ही आरोपी को थाना लाकर पूछताछ की। पुलिस की पूछताछ में आरोपी टूट गया और अपराध करना स्वीकार किया।
एक माह पहले किया था पल्लवी से विवाह
पल्लवी यादव राजनादगांव की निवासी है। पति को छोड़ वह अपने बच्चे आयुष के साथ मायके में रह रही थी। अरविन्द ने पल्लवी के साथ एक माह पहले विवाह किया था। डोंगरगढ़ मंदिर में पल्लवी से विवाह करते समय वादा किया था कि वह उसके पुत्र को अपना समझ कर पालेगा। टीआई मोहन नगर थाना गोपाल वैश्य ने बताया कि आरोपी को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया। मामले में हत्या का अपराध दर्ज किया गया है। आरोपी को न्यायायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।
बोझ समझता था आयुष को
मासूम आयुष एक पैर से दिव्यांग था। वह ठीक से चल नहीं पाता था। रात में रोने पर मजदूरी करने वाला अरविन्द बड़बड़ाने लगता था। आरोपी कहता था कि इस बच्चे के कारण उसका जीवन नर्क बन चुका है। दूसरे की संतान को जबरदस्ती पालना पड़ रहा है। इस बात को लेकर उसका अपनी पत्नी पल्लवी के साथ विवाद होता था।
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