scriptमनुष्य ही कर सकता है अपने भूल का सुधार- मणिप्रभाश्री | Man can only correct his mistake - Manipraabhshri | Patrika News
दुर्ग

मनुष्य ही कर सकता है अपने भूल का सुधार- मणिप्रभाश्री

अनंत काल की यात्रा में जिस भूल को सुधारने का अवसर नहीं मिला उसे पुण्योदय से प्राप्त इस मनुष्य भव में सुधारा जा सकता है।

दुर्गAug 05, 2018 / 10:10 pm

Satya Narayan Shukla

Durg patrika

मनुष्य ही कर सकता है अपने भूल का सुधार- मणिप्रभाश्री

दुर्ग @Patrika. अनंत काल की यात्रा में जिस भूल को सुधारने का अवसर नहीं मिला उसे पुण्योदय से प्राप्त इस मनुष्य भव में सुधारा जा सकता है। इसके लिए पुरूषार्थ करने की जरूरत है। संसार में सब कुछ बदलता है। भावजगत में बदलाव और हल्के विचारों की गंदगी खत्म करने के लिए पुरूषार्थ जरूरी हैं।
यह बातें श्री जिनकुशल दादाबाड़ी परिसर में सत्संग सभा को साध्वी मणिप्रभाश्री ने कही।
चातुर्मास का सुअवसर भावजगत को जांचने और अपनी आस्था जागृत करने के लिए

साध्वी मणिप्रभाश्री ने कहा कि चातुर्मास का सुअवसर भावजगत को जांचने और अपनी आस्था जागृत करने के लिए होता है। जीव अनंत काल की यात्रा में सांसारिक और भौतिक व्यवस्था को प्राप्त करता हंै। जीव दुख और सुख दोनों के दिनों को जीता है। संसार में सब कुछ बदलता है जिस आधार पर हम जीवन को मान रहे हैं। उसमें हजारों प्रकार की मान्यताएं हैं। @Patrika
Read more: बरघोड़ा में सवार होकर नूतन मंदिर में विराजने निकले भगवान शीतलनाथ

भाव जगत को बदलकर विचारों की गंदगी को खत्म करने पुरूषार्थ जरूरी
@Patrika उन्होंने कहा कि दूसरों की प्रशंसा सहन न होना भी अंदर की गंदगी है। हम अपनी प्रशंसा बार बार सुनने को उत्सुक रहते हैं। दूसरों को सहन करने में हमें वैचारिक और मानसिक तकलीफ होती है। निकट के संबंधों में संयोग में हमारी भाषा, भाव और आकृति बदल जाती है। भाव जगत को बदलकर विचारों की गंदगी को खत्म करने पुरूषार्थ जरूरी हैं। संकल्प शक्ति से भाव जगत बदला जा सकता है।
सभा में 11 उपवास करने वाले संजय जैन का सम्मान किया
@Patrika चातुर्मास आयोजक समिति के संयोजक मनीष बोथरा, श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ के अध्यक्ष कांतिलाल बोथरा ने सभा में 11 उपवास करने वाले संजय जैन का सम्मान किया। महिला वर्ग में उपवास करने वाली प्रीति का सम्मान भी किया गया। इसके अलावा राजनांदगांव के समाज सेवी किशन भाई का भी सभा में सम्मान किया गया। @Patrika

Home / Durg / मनुष्य ही कर सकता है अपने भूल का सुधार- मणिप्रभाश्री

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो