जानकारी के मुताबिक आरपीएफ प्रभारी को टेलीफोन पर सूचना मिली थी कि कुर्ला की दिशा में जाने वाली विशेष ट्रेन में कुछ नाबालिग बच्चे संदिग्ध हालत में बैठे हैं। बच्चों के साथ दो एडल्ट पुरूष भी हैं। इस सूचना के आधार आरपीएफ के लगभग 20 से 25 जवान स्टेशन पहुंचकर ट्रेन पहुंचने का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही ट्रेन प्लेटफार्म नंबर 1 पर रूकी आरपीएफ के जवानों ने बोगी को सील करने की मुद्रा में घेर लिया और सभी बच्चों को एहतिहात पूर्वक ट्रेन से नीचे उतार चौकी ले गए। स्टेशन परिसर में बने अलग कमरे में बच्चों को रखा गया है।
आरपीएफ के अधिकारियों का कहना है कि शनिवार को भंडारा स्टेशन में लगभग 15 बच्चे मिलने की सूचना है। वहीं राजनांदगांव रेलवे स्टेशन पर भी गुरुवार को विशेष समुदाय के 33 बच्चों को आरपीएफ और पुलिस ने रेस्क्यू किया था। बाद में बाल कल्याण समिति ने बच्चों से पूछताछ की। बच्चों को ले जाने वाले युवकों से भी पूछताछ के बाद पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया। बच्चों ने बताया कि वे मदरसे में उर्दू पढऩे जा रहे थे।