रायपुर से राजनांदगांव आ रही महिला वकील एस 5 बोगी में सफर कर रही थी। इसी बीच बोगी में एक साथ 33 बच्चों को देखा। उन्होंने बच्चों को मुम्बई ले जा रहे युवकों से बातचीत की। इस दौरान मामला संदेहास्पद प्रतीत हुआ। वकील स्मिता ने तुरंत इसकी सूचना रायपुर रेलवे एसपी मिलना कुर्रे को दी। जिसके बाद आरपीएफ ने राजनांदगांव पुलिस के साथ मिलकर छापेमार कार्रवाई करते हुए बच्चों को ट्रेन से रेस्क्यू किया। (Rajnandgaon news)
बच्चों को मुम्बई ले जा रहे युवकों के पास से कोई आईडी नहीं मिली है। बातचीत के दौरान युवकों ने वकील को बताया कि वे बच्चों को मदरसा में उर्दू पढ़ाने ले जा रहे हैं। जब आईडी कार्ड मांगा तो गोलमोल जवाब देने लगे। राजनांदगांव एएसपी यूबीएस चौहान का कहना है कि यह चाइल्ड ट्रैफिकिंग (Human trafficking) से जुड़ा हुआ मामला प्रतीत हो रहा है। युवकों से पूछताछ की जा रही है। बच्चों से बाल कल्याण समिति बातचीत करके पुलिस को रिपोर्ट सौंपेगी। जिसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।(Rajnandgaon news)