मासूम का पिता राजमिस्त्री गंगा विश्वकर्मा सूचना मिलते ही जेवरा चौकी पहुंचा था। रातभर वह चौकी में ही रहा। सुबह वह पुलिस टीम के साथ शिवनाथ नदी पहुंचा था। पोस्टमार्टम के बाद गंगा व परिवार के सदस्यों ने शव को लेकर सीधे मनगटा रवाना हो गए। वहीं शव का अंतिम संस्कार किया गया।
बुधवार की दोपहर लगभग दो बजे तीज पर्व मनाने ग्राम भटगांव आई गौरी (२४ वर्ष) अपने एक साल की दुधमुंही बच्ची को लेकर शिवनाथ नदी में छलांग लगा दी थी। नदी में छलांग लगाने के बाद गौरी तैरकर बाहर निकल गर्ई और मासूम डूब गई थी। ग्रामीणों की नजर पड़ते ही ११२ डायल कर पुलिस को सूचना दी थी।
पूछताछ के बाद पुलिस इस नतीजे पर पहुंची कि बात बात में गौरी परिवार वालों से झगड़ लेती और गुस्सा हो जाती थी। पिता के घर भटगांव आने की बात पर गौरी व उसकी सास का मामूली विवाद हुआ था। गौरी की सास का कहना था कि बच्चा छोटा है इसलिए पर्व के एक दिन पहले मायका चले जाना। इसी बात को लेकर वह गुस्से में थी। गौरी परिवार से अलग रहने के लिए पति के साथ भी अक्सर विवाद करती थी।