जिस वक्त कार से आग की लपटें उठ रही थी, उस समय कार का एक दरवाजा खुला हुआ था। यहां सवाल खड़ा हो रहा है कि जो चालक भीतर था, अगर वह जिंदा था तो भागकर बाहर क्यों नहीं निकला। युवक की हत्या करने के बाद कार में आग ऐसे जगह में लाकर लगाई होगी जहां शराब पीने आने वाले कार में मौजूद मृत व्यक्ति को यह समझकर अनदेखा करें कि नशा में कार के स्टेयरिंग पर पड़ा हुआ है। हत्या करने के बाद बचने के लिए यह रास्ता निकाला हो। तय है कि यह सारे एंगल से भी पुलिस जांच करेगी।
कार में मौजूद व्यक्ति इतना अधिक जल चुका है कि उसकी पहचान करना मुश्किल हो रहा है। पुलिस के आला अधिकारी कह रहे हैं कि फोरेंसिक टीम आने पर अगर कोई चीज मिल जाती है तो परिवार के सदस्य मृतक की पहचान कर पाएंगे। शव देखकर शिनाख्त करना मुश्किल है। देर शाम तक रायपुर से पहुंचे फोरेंसिक एक्सपर्ट ने कार का जायजा लिया और देखा कि किस तरह से शव चालक सीट के बाजू की ओर झुका हुआ था। कार के एक ओर का दरवाजा खुला था चालक की ओर का दरवाजा बंद था। कार जलकर खाक होने के बाद भी चालक की ओर का दरवाजा लॉक होने की वजह से खुल नहीं पाया। वहीं दूसरी ओर कार का जो दरवाजा पहले से ही खुला था।
पुलिस ने बताया कि कार जिनके नाम पर है उस राजा जैन की तलाश की जा रही है। वह भी गायब है। उसका फोन भी नहीं लग रहा है। आशंका होने पर शव का डीएनए जांच किया जाएगा। जिससे कार में रखा शव किसका है यह साफ हो सके। फोरेंसिक एक्सपर्ट को मौके से कोई शिनाख्त करने वाला सामान नहीं मिला है। मोबाइल भी कार में नहीं था।
फोरेंसिक एक्सपर्ट ने जांच किया कि आखिर कार के भीतर मौजूद व्यक्ति जिस वक्त आग लगी तब क्या जिंदा था। अगर जिंदा था तो बचने के लिए उसने क्या प्रयास किया। वह कार से बाहर निकलने किस तरह से हाथ पैर मारा। इसके अलावा चालक के अलावा कोई अन्य व्यक्ति भी उसके साथ कार में मौजूद तो नहीं था। मृतक ने कुछ ऐसा पहना था, जिससे उसकी पहचान हो सके। जैसे हाथ में अंगूठी से या कपड़े जूते, चप्पल को तलाशा गया। इसमें कामयाबी नहीं मिली है।
सवाल यहां भी खड़े हो रहे हैं कि आखिर खड़ी हुई कार में शार्ट सर्किट से आग कैसे लग गई। आग लग गई तो भीतर में जो शख्स मौजूद था वह बाहर की ओर भागा क्यों नहीं। आग अगर उसने खुद भी लगा ली होती, तो आग लगने के बाद बचने के लिए खुदकुशी करने वाला भी भागता है। इस वजह से हत्या की आशंका से पुलिस इनकार नहीं कर रही है।
एसपी दुर्ग प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि जांच अभी प्रारंभिक स्टेज पर है। आग जिस वक्त कार में लगी थी, तब कार का एक दरवाजा खुला था। भीतर में मौजूद चालक भागने का प्रयास क्यों नहीं किया। क्या उसकी हत्या पहले कर दी गई थी, इन सभी एंगल पर जांच की जाएगी। वर्तमान में फोरेंसिक एक्सपर्ट को रायपुर से बुलाया गया है। मृतक की पहचान उसने अगर कोई अंगूठी या खास जूता चप्पल पहना होगा उससे हो सकेगी। जांच में सब खुलासा होगा। कार व्यापारी राजा जैन (38 साल) की है। उनके भाई को भी बुलाया गया है।
फोरेंसिक एक्सपर्ट रायपुर टी चंद्रा ने बताया कि कार में मौजूद शव के हाथ में अगर सोने की अंगूठी थी, तो उस तापमान में वह साबूत नहीं बच सकी है। अगर वह मिलती है तो आकार पहले जैसा नहीं होगा। सिर से लेकर पैर तक जल चुका है। इस वजह से पहचान के लिए जो भी कोशिश किए हैं वह कामयाब नहीं हुई है। कपड़ा वगैरह कुछ नहीं बचा है। परिवार वाले कार जरूर पहचान लिए हैं।