अमिताभ बच्चन के दस दमदार डॉयलाग अमिताभ बच्चन दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित
नई दिल्ली। बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) को भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें दादा साहेब फाल्के पुरस्कार (Dadasaheb Phalke Award) से सम्मानित किया गया। इस खास मौके पर उनके साथ पत्नी जया बच्चन और बेटे अभिषेक बच्चन भी साथ नजर । बिग बी को इसी साल 25 सितंबर को इस पुरस्कार को देने की घोषणा की गई थी।इस मौके पर हम आपको अमिताभ बच्चन के दस सबसे दमदार डायलॉग्स (amitabh bachchan dialogues) के बारे में बता रहे हैं।
1- जाओ पहले उस आदमी का साइन लेकर आओ, जिसने मेरे बाप को चोर कहा था। जाओ, पहले उस आदमी का साइन लेकर आओ जिसने मेरी मां को गाली देकर नौकरी से निकाल दिया था। पहले उस आदमी का साइन लेकर आओ जिसने मेरे हाथ पर ये लिख दिया। उसके बाद… मेरे भाई तुम जहां कहोगे वहां साइन कर दूंगा। (दीवार)
2- दैट आई कैन अंग्रेज लीव बिहाइंड, आई कैन टॉक इंग्लिश, आई कैन वॉक इंग्लिश, आई कैन लॉफ इंग्लिश, बिकोज इंग्लिश इज ए वैरी फन्नी लैंग्वेज - (नमक हलाल)
3- कभी-कभी मेरे दिल में ख़याल आता है, कि जिंदगी तेरी जुल्फों की नर्म छाँव में गुजरने पाती तो शादाब हो भी सकती थी - (कभी कभी)
4- जब तक बैठने का ना कहा जाए शराफत से खड़े रहो, ये पुलिस स्टेशन है, तुम्हारे बाप का घर नहीं, इसीलिए सीधी तरह खड़े रहो - (जंजीर)
5- पूरा नाम, विजय दीनानाथ चौहान, बाप का नाम दीनानाथ चौहान, मां का नाम, सुहासिनी चौहान, गांव मांडवा, उम्र छत्तीस साल- (अग्निपथ)
6- तुम लोग मुझे ढूंढ रहे हो और मैं तुम्हारा यहां इंतजार कर रहा हूं.. इसे अपनी जेब में रख ले पीटर, अब ये ताला मैं तेरी जेब से चाबी निकाल कर ही खोलूंगा - (दीवार)
7- आज आपके पास आपकी सारी दौलत सही, सब कुछ सही लेकिन मैंने आप से ज्यादा गरीब आज तक नहीं देखा। गुड बाय मिस्टर आरके गुप्ता। - (त्रिशूल)
8- डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है- (डॉन)
9- मैं आज भी फेंके हुए पैसे नहीं उठाता - (दीवार)
10- जिंदगी का तम्बू तीन बम्बू पे खड़ा है- (शराबी)