जेट एयरवेज का अंतर्राष्ट्रीय परिचालन हो सकता है रद, एयरलाइन के हवा में सिर्फ 14 विमान तो चलिए जानते हैं जेट एयरवेज से जुड़ी 10 बातें 1.एयरलाइंस इंडस्ट्री में जेट एयरवेज एक जाना पहचाना नाम है। इस कंपनी की नींव नरेश गोयल ने रखी थी। हालांकि पिछले कुछ वक्त पहले उन्होंने और उनकी पत्नी ने कंपनी के चेयरमैन पद को छोड़ दिया था।
2.जेट एयरवेज के पूर्व चेयरमैन नरेश गोयल ने इस कंपनी की शुरुआत बेहद ही मामूली-सी रकम से की थी। इसके लिए उन्होंने अपनी मां के गहने तक बेच दिए थे। 3.बताया जाता है कि नरेश ने सन् 1974 में एक ट्रैवल एजेंसी शुरू की थी। जिसका नाम उन्होंने जेट एयरवेज रखा था। इस कंपनी को बनाने के लिए उन्होंने अपनी मां के जेवर बेचें थे। जिससे उन्हें करीब 15 हजार रुपए मिले थे। जिसमें से 10 हजार रुपए उन्होंने कंपनी में इंवेस्ट कर दिए थे।
4.इसके बाद नरेश गोयल ने सन् 1967 में अपनी मां के एक चाचा की एजेंसी में कैशियर के रूप में काम किया। जहां उन्हें 300 रुपए महीना सैलरी मिलती थी। 5.नरेश शुरू से ही प्रगतिशील सोच के थे। इसलिए वे कुछ नया काम करने के तैयार रहते थे। उन्होंने अपने रिश्तेदार के यहां नौकरी करने के साथ रॉयल जॉर्डन एयरलाइंस जैसी बड़ी कंपनी में भी काम किया।
गूगल पे ने दिया यूजर्स को खास तोहफा, अब मोबाइल से खरीदीये 24 कैरेट सोना 6.बता दें कि जेट एयरवेज कंपनी पिछले कुछ महीनों से लगातार घाटे में जा रही है। जेट एयरवेट जिन दूसरी कंपनियों से विमान किराए पर ले रही थी, वे स्टेट बैंक के जरिए ठीक से जानकारी शेयर न होने से नाराज थे। ऐसे में कंपनी मालिकों को मनाने की बजाय जेट एयरवेज ने उन पर ही अपना तैश दिखाते हुए उनसे विमान वापस लेने को कह दिया था।
7.कहा जाता है कि डील रद्द होने की वजह से ही कंपनी को नुकसान का सामना करना पड़ा और इसी वजह से जेट एयरवेज कंपनी के चेयरमैन नरेश गोयल को इस्तीफा देना पड़ा था।
8.इस्तीफा देते हुए नरेश ने लिखा था कि वे कंपनी के लिए कोई भी बलिदान दे सकते हैं। इसी बीच उनकी पत्नी भी बोर्ड मेंबर्स से हट गईं। 9.मालूम हो कि जेट एयरवेज पर गहराए नकदी संकट के चलते कंपनी बिकने के कगार पर पहुंच गई है। जिसके चलते करीब 119 विमानों की सर्विस खत्म कर दी गई। साथ ही लागातार उड़ानें रद्द की जा रही हैं। ऐसे में नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने मंत्रालय सचिव को जेट एयरवेज के परिचालन से जुड़े मुद्दों की समीक्षा करने का निर्देश दिया है।
10.कंपनी को घाटे से उबारने के लिए नरेश गोयल दोबारा आगे आए हैं। उन्होंने अपनी 26 फीसदी हिस्सेदारी पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के पास गिरवी रखी है।