इन सर्विस पर मिली है छूट
दोनों कमेटियों के पदाधिकारियों की मानें तो दोनों यात्राआें मिलनी वाली किसी सर्विस पर जीएसटी नहीं लगाया जाता था। जिसमें प्रसाद बेचने के अलावा एक हजार रुपए तक के कमरों को किराए पर देने पर जीएसटी नहीं लगाया जाता था। जानकारों के अनुसार यह सब चैरिटेबल बॉडी के अंतर्गत है। साथ ही बैटरी वाले रिक्शा और कार पर भी छूट मिलती है। वहीं दूसरी आेर तीर्थयात्रा के लिए एसी ट्रेन से यात्रा करने पर जीएसटी लगाया जाता है। साथ ही हेलिकॉप्टर राइड, पालकी और पोनी से यात्रा करने पर 18 फीसदी तक का जीएसटी लिया जाता है।
अब रजिस्ट्रेशन फीस पर भी जीएसटी
अब तमाम सर्विस के अलावा सरकार रजिस्ट्रेशन फीस पर भी जीएसटी लगाने का प्लान बना रही है। सरकार का प्लान है कि लोगों द्वारा किए जाने वाले रजिस्ट्रेशन पर भी कर लगाया जाए। अमरनाथ यात्रा के लिए पहले रजिस्ट्रेशन कराया जाता है। जिसके लाखों की संख्या में रजिस्ट्रेशन होते हैं। सरकार इन रजिस्ट्रेशन पर 18 फीसदी जीएसटी लगाने का प्लान बना रही है।
अमरनाथ श्राइन कर रही है विरोध
अमरनाथजी श्राइन बोर्ड इसिा विरोध कर रही है। जिसके लिए अपील तक की गर्इ थी। जिसके सरकार की आेर खारिज कर दिया गया है। अमरनाथ श्राइन का कहना है कि रजिस्ट्रेशन फीस पर 18 फीसदी टैक्स लगाना गलत है। भगवान के दर्शन के लिए लोगों से किसी तरह का कोर्इ कर नहीं वसूला जाना चाहिए। इससे लोगों में नकारात्म्क प्रभाव पड़ेगा।