क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
इस बारे में जब वरिष्ठ अर्थशास्त्री आैर जेएनयू के रिटायर्ड प्रोफेसर अरुण कुमार से बात की गर्इ तो उन्होंने बताया कि वैसे तो तीसरे विश्व युद्घ की संभावना कम ही थी। लेकिन होता तो पूरी दुनिया खत्म हो जाती। हो ये भी सकता था कि अमरीका बड़ी महाशक्तियों को आश्वस्त कर उन्हें नाॅर्थ कोरिया का समर्थन करने से मना करता। इसमें कर्इ तरह की बातें आैर हो सकती थी। इन सभी बातों को सोच समझकर ही आज दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्ष आपस में बैठकर बात कर रहे हैं। जो पूरी दुनिया के विकास आैर इकाॅनोमी के लिए बेहतर है।