अकसर सब्जियों के दाम बढ़ने की सबसे बड़ी वजह होती है आपूर्ति में कमी। यही वजह कि इन दिनों प्याज की कीमतों में लगातार बढ़ देखने को मिली। तो वहीं दूसरी तरफ बारिश के कारण देश के कुछ इलाकों से आलू की आवक पर असर पड़ा, जिससे इसके दाम में इजाफा देखने को मिला। बता दें कि पिछले हफ्ते दिल्ली की आजादपुर मंडी में आलू का थोक भाव 21 रुपये प्रति किलो था, जो पिछले साल इस समय केवल 6-10 रुपये प्रति किलो था।
आलू के बढ़ते दाम पर कारोबारियों का कहा है कि नए आलू की आवक में कमी और बारिश के चलते निकासी प्रभावित होने से दाम में इजाफा हुआ है, जिसपर जल्द ही काबू पा लिया जाएगा और पहले की तरह ही 20 रुपये प्रति किलो बेचा जाएगा।
यूपी से नए आलू की सप्लाई जनवरी-फरवरी में शुरू होगी। आलू के अलावा हरी सब्जियां भी बारिश और ओलावृष्टि के चलते महंगी हो गई हैं। गोभी, पालक, टमाटर के दाम पिछले दिसंबर के मुकाबले 50-60% ज्यादा हैं। दाल, चावल, गेहूं और सब्जियों की कीमतों में तेजी के चलते ही नवंबर में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक तीन साल के उच्चतम स्तर 5.54% पर पहुंच गया है, जो पिछले नवंबर में 2.33 था।