दूसरे स्थान पर ही छह फीसदी बढ़ा रिजल्ट
तीन साल से दूसरे स्थान पर रहने के साथ सीकर ने इन तीनों सालों में रिजल्ट में छह फीसदी की बढ़ोत्तरी भी की है। 2022 में सीकर 91.36 फीसदी अंकों के साथ दूसरे स्थान पर था। 2023 में 4.35 फीसदी की बढ़त के साथ 95.61 और इस बार 1.98 फीसदी की बढ़त के साथ 97.61 फीसदी रिजल्ट के साथ जिला दूसरे स्थान पर काबिज रहा है।68 फीसदी छात्र, 77 फीसदी छात्राएं फर्स्ट डिविजन
10वीं बोर्ड के परिणाम में इस बार भी बेटियों ने बेटों को पटखनी दी। जिले में छात्रों के 97.25 फीसदी के मुकाबले छात्राओं का परीक्षा इस बार भी 98.07 प्रतिशत रहा। फर्स्ट डिविजन पाने में भी छात्राएं ही फर्स्ट रही। कुल छात्रों में 68.98 तो छात्राओं में 77 फीसदी छात्राओं ने फर्स्ट डिविजन हासिल की।551 छात्र व 295 छात्राएं फेल
10वीं बोर्ड परीक्षा में सीकर जिले के कुल 846 विद्यार्थी फेल हुए। इनमें छात्रों की संख्या 551 व छात्राओं की संख्या 295 रही।13 साल में 23 फीसदी बढ़ा परिणाम
10वीं बोर्ड के रिजल्ट में सीकर का प्रदर्शन लगातार सुधर रहा है। पिछले 13 साल में जिले ने 23.61 फीसदी का सुधार किया है। 2012 में जिले का कुल परिणाम 74 फीसदी था। जो अब 97.61 फीसदी तक पहुंच गया है।सीकर रिजल्ट एक नजर
पंजीकृत स्टूडेंट- 35849 परीक्षा दी- 35337 फर्स्ट डिविजन- 25603 सैकंड डिविजन-7917 थर्ड डिविजन-970 पास-1 कुल पास: 34491 परिणाम प्रतिशत-97.61छात्र
पंजीकृत- 20359छात्रा
पंजीकृत- 15490 परीक्षा दी- 15285 फस्र्ट डिविजन- 11770 सैकंड डिविजन-2948साल दर साल यूं सुधरा रिजल्ट
2012-74 2013- 76 2014-77 2015-86 2016-84.88 2017-86.27 2018-86.88 2019-87.72राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से बुधवार को घोषित कक्षा दसवीं के परिणाम में सीकर की बादशाहत पूरी तरह कायम रही है। असंभव को संभव करके दिखाना ही सीकर के युवाओं की ताकत है। विद्यालयों की लगातार मॉनिटरिंग, विषय अध्यापकों की ओर से प्रभावी शिक्षण आदि खास वजहों से सीकर पूरे प्रदेश में दूसरे पायदान पर है। यहां संस्था प्रधान और शिक्षकों की ओर से विद्यार्थियों का आत्मविश्वास बढ़ाने की जिम्मेदारी भी पूरी शिद्दत के साथ निभाई जा रही है। यही वजह है कि सीकर हर परिणाम में सफलता के झंडे फहरा रहा है। बारहवीं के बाद दसवीं के परिणाम में भी सीकर के सरकारी स्कूलों ने शानदार परिणाम ब्रेक किया है।