आपको बता दें कि राजस्थान हाईकोर्ट के निर्देशानुसार ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व काउंसलिंग कार्यक्रम रोक दिया गया था।
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वरीयता प्राप्त सभी अभ्यर्थी काउंसलिंग शुल्क जमा कराकर काउंसलिंग में शामिल हो सकेंगे। अभ्यर्थी अधिकतम कॉलेज ऑप्शन का चयन करें जिससे कि उनका प्रवेश सुनिश्चित हो सके। कॉलेज आवंटन न होने की स्थिति में वे खुद-ब-खुद इस प्रक्रिया से बाहर हो जाएंगे। उनका काउंसलिंग शुल्क बाद में लौटा दिया जाएगा।सामान्य/संस्कृत प्रवेश परीक्षा 2020 में वरीयता प्राप्त अभ्यर्थियों की काउंसलिंग दो चरणों में की जानी प्रस्तावित है। कुल सीट के 02 प्रतिशत से अधिक सीटें खाली होने पर तीसरे चरण में भी काउंसलिंग द्वारा आवंटन किया जा सकेगा।