बता दें कि सोमार को चल रहे नामांकन के दौरान सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के शिवपुर विधानसभा सीट के प्रत्याशी डॉ अरविंद राजभर पिता ओमप्रकाश राजभर के साथ नामांकन करने पहुंचे। वो कलेक्ट्रेट परिसर में प्रवेश कर नामांकन दाखिल कर बाहर निकलने को थे तभी अधिवक्ताओं के एक समूह ने राजभर के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। देखते ही देखते धक्कमामुक्की भी होने लगी। साथ ही गालीगलौज भी हुआ। इसे लेकर ओमप्रकश राजभर ने निर्वाचन आयोग से शिकायत भी की है। उन्होंने वाराणसी के कलेक्टर व पुलिस कमिश्नर को हटाने की मांग भी की है।
ये भी पढें- UP Assembly Elections 2022: नामांकन के दौरान कचहरी परिसर में धक्कामुक्की, गालीगलौज और नारेबाजी सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से चिन्हित किए जा रहे आरोपीइसी मामले में मंगलवार को कैंट थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। एफआईआर दर्ज करने के बाद पुलिस घटना के संबंध में सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के बिना पर हंगामे और गालीगलौज में शामिल लोगों को चिह्नित करने के प्रयास में जुट गई है।
ये भी पढें- UP Assembly Elections 2022: सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर संग धक्कामुक्की व नारेबाजी, प्रशासन सख्त, बार एसोसिएशन को लिखा पत्र चौकी प्रभारी ने कैंट इंस्पेक्टर को दी घटना की जानकारी इस संबंध में कचहरी पुलिस चौकी प्रभारी विनोद कुमार मिश्रा ने इंस्पेक्टर कैंट को बताया कि सोमवार को वह सिपाहियों के साथ कचहरी परिसर में ड्यूटी पर थे। वहां अलग-अलग दलों के प्रत्याशी विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन कर रहे थे। दोपहर 2 बजे के लगभग शिवपुर विधानसभा से सुभासपा-सपा प्रत्याशी डॉ. अरविंद राजभर नामांकन करने आए। नामांकन के बाद डॉ. अरविंद अपने पिता सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के साथ कचहरी परिसर से बाहर निकल रहे थे। उसी दौरान कुछ लोगों ने जमकर हंगामा करते हुए गालीगलौज किया। इस तरह से उन लोगों ने पुलिस कमिश्नरेट में लागू निषेधाज्ञा का उल्लंघन किया। इस घटना की गहराई से छानबीन कर संज्ञान लिया जाना आवश्यक है।
ओपी राजभर ने निर्वाचन आयोग से की डीएम और पुलिस कमिश्नर को हटाने की मांग इस घटना के बाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने सोमवार की कलेक्ट्रेट-कचहरी परिसर की घटना के बाबत निर्वाचन आयोग से वाराणसी के डीएम कौशल राज शर्मा और पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश को तत्काल हटाने की मांग की है। पार्टी की ओर से कहा गया है कि इन दोनों अधिकारियों के रहने पर वाराणसी में निष्पक्ष तरीके से विधानसभा चुनाव नहीं हो पाएगा। पार्टी का कहना है कि सोमवार को जब कचहरी में सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर और पार्टी के प्रत्याशी डॉ. अरविंद राजभर को धमका कर उनके साथ बदसलूकी की जा रही थी तो वहां तैनात पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने हुए थे। यह सब सत्ताधारी दल के इशारे पर अधिकारियों की शह पाकर किया गया था। इसलिए दोनों अधिकारियों का वाराणसी से तत्काल हटाया जाना जनहित में जरूरी है।