उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की घोषण के बाद से ही यहां संभावित उम्मीदवारों ने चुनाव प्रचार तेज कर दिया है। चुनाव की तिथियां घोषित होने के कारण पार्टियां भी टिकट को फाइनल करना शुरू कर दिया है। यहां चौथे चरण में 23 फरवरी को मतदान प्रस्तावित है। भाजपा के लिए यहां सबसे बड़ी चुनौती जीत दोहराना है। वर्तमान में यहां के विधायक राम पाल वर्मा बसपा छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए थे। बसपा ने इस क्षेत्र पर पूरा फोकस कर रही है और प्रत्याशी की घोषणा भी कर चुकी है। क्षेत्र में बसपा का मजबूत वोटबैंक होने के कारण पार्टी की कोशिश है कि इस पर कब्जा किया जाय। भाजपा, सपा सहित कई पार्टियों के टिकट फाइनल होने के बाद ही चुनावी तस्वीर काफी कुछ साफ हो सकती है।
हरदोई जिले के बालामऊ विधानसभा क्षेत्र ( Balamau Assembly Constituency ) में मुद्दे शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार ही हैं। यहां बच्चों को बेहतर शिक्षा की दरकार है,वहीं युवाओं को रोजगार चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों की स्थिति दयनीय है जबकि कानून व्यवस्था को लेकर भी ग्रामीणों की शिकायतें हैं। क्षेत्र में किसान छुट्टा जानवरों से बेहद परेशान हैं। स्थानीय प्रशासन इसका समाधान नहीं निकाल पाया है। खाद- बिजली की भी समस्या बनी हुई है। चुनाव में समय यहां मतदाता कभी पार्टी को कभी उम्मीदवार का चेहरा देख कर वोट करते हंै। यही कारण है कि मतदाता समस्याओं के दलदल में फंसे हुए हैं।