4 फरवरी को पहले चरण के लिए अधिसूचना मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि पहले चरण में 29 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए अधिसूचना 4 फरवरी को जारी की जाएगी। उम्मीदवार 11 फरवरी तक नामांकन दाखिल कर सकेंगे। 14 फरवरी को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 16 फरवरी तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। 3 मार्च को सुबह 8 से शाम 4 बजे तक मतदान होगा।
मथुरा-एटा-मैनपुरी में दो-दो सदस्यों का होगा चुनाव अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि, दूसरे चरण में छह सीटों पर होने वाले चुनाव की अधिसूचना 10 फरवरी को जारी होगी। उम्मीदवार 17 फरवरी तक नामांकन दाखिल कर सकेंगे। 18 फरवरी को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 21 फरवरी तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। 7 मार्च को सुबह 8 से शाम 4 बजे तक मतदान होगा। उन्होंने बताया कि मथुरा-एटा-मैनपुरी स्थानीय निकाय क्षेत्र में दो सदस्यों का चुनाव होगा। जबकि शेष सभी क्षेत्रों में एक सदस्य का चुनाव होगा।
विधान परिषद में सौ सीटें, भाजपा के लिए जीत जरूरी विधान परिषद में सौ सीटें हैं। विधान परिषद की 36 सीटें राजनीतिक दलों का गणित बदल देती हैं। वर्ष 2016 के चुनाव में समाजवादी पार्टी की 31 सीटें आईं थीं। दो सीटों पर पर बसपा जीती थी। रायबरेली से कांग्रेस के दिनेश प्रताप सिंह जीते थे। बनारस से बृजेश कुमार सिंह व गाजीपुर से विशाल सिंह ‘चंचल’ चुने गए थे। दिनेश प्रताप सिंह बाद में भाजपा में शामिल हो गए। विधान परिषद चुनाव वर्तमान सरकार और भाजपा संगठन के लिए महत्वपूर्ण चुनाव है। भाजपा अधिक सीटें जीतकर विधान परिषद में बहुमत हासिल करना चाहेगी, जबकि सपा अपनी सीटें बचाने में जुटेगी।
विधान परिषद के पहले चरण का चुनाव इन 30 सीटों पर पहले चरण में होगा चुनाव : मुरादाबाद-बिजनौर, रामपुर-बरेली, बदायूं, पीलीभीत-शाहजहांपुर, हरदोई, खीरी, सीतापुर, लखनऊ-उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़, सुलतानपुर, बाराबंकी, बहराइच, आजमगढ़-मऊ, गाजीपुर, जौनपुर, वाराणसी, मीरजापुर-सोनभद्र, इलाहाबाद, बांदा-हमीरपुर, झांसी-जालौन-ललितपुर, कानपुर-फतेहपुर, इटावा-फर्रुखाबाद, आगरा-फिरोजाबाद, मथुरा-एटा-मैनपुरी, अलीगढ़, बुलंदशहर, मेरठ-गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर-सहारनपुर। (नोट-मथुरा-एटा-मैनपुरी सीट से दो सदस्य चुने जाते हैं बाकी सभी निर्वाचन क्षेत्रों से एक-एक सदस्य का चुनाव होता है।)
विधान परिषद के दूसरे चरण का चुनाव गोंडा, फैजाबाद, बस्ती-सिद्धार्थनगर, गोरखपुर-महराजगंज, देवरिया व बलिया स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र। जानें विधान परिषद के लिए कौन दे सकता है वोट एमएलसी की 36 सीटों पर होने वाले चुनाव में क्षेत्र पंचायत के सदस्य, जिला पंचायत के सदस्य, ग्राम प्रधान, शहरी निकाय, नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत के सदस्य अपने मतों का प्रयोग करेंगे। इसके अलावा कैंट बोर्ड के निर्वाचित सदस्य भी इन चुनावों में मतदान करेंगे। प्रदेश की सत्तासीन पार्टी को इन चुनावों में फायदा मिलता है।
चुनाव 2022 में कुल 1,27,491 मतदाता वर्ष 2016 के चुनाव में कुल 1,27,491 मतदाता थे। यह चुनाव 938 मतदान केंद्रों पर हुआ था। इस बार के चुनाव में यह संख्या करीब 1.40 लाख होने की उम्मीद है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने कहा कि चुनाव कार्यक्रम जारी हो गया है, अब नई मतदाता सूची बनाने का काम भी शुरू हो जाएगा।