परिजनों ने मुख्यमंत्री और ग्रहमंत्री को बुलाने की मांग की जिलाधिकारी अमित किशोर और एसएसपी अखिलेश चौरसिया भी शहीद के अंतिम संस्कार के दौरान नहीं पहुंचे। इसको लेकर भी परिजनों और स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला। परिजनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और ग्रहमंत्री राजनाथ सिंह को भी अंतिम संस्कार में बुलाने की मांग की। स्थानीय प्रशासन और जन प्रतिनिधियों की बेरुखी के चलते आक्रोशित परिजनों ने शहीद का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। मामला जब मुख्यमंत्री के संज्ञान में पहुंचा तो प्रभारी मंत्री अतुल गर्ग, क्षेत्री सांसद मुकेश राजपूत सहित तमाम स्थानीय नेता दौड़े-दौड़े सदियापुर गांव पहुंचे। इसके बाद मौके जिलाधिकारी अमित किशोर और एसएसपी अखिलेश चौरसिया भी पहुंचे।
ज काफी मान मनौव्वल के बाद शहीद के परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए। शहीद रजनेश के ढाई वर्षीय पुत्र वर्ष ने शहीद को मुखाग्नि दी। शहीद की अंतिम विदाई में हर किसी की आंखें नम थीं तो देश की खातिर जान देने वाले वीर सपूत की शौर्यगाथा गौरान्वित भी कर रही थी हालांकि शहीद के परिजन स्थानीय प्रशासमन और जनप्रतिनिधियों की बेरुखी के चलते व्यथित दिखे।