आतिशबाज अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं और पुलिस प्रशासन भी सुस्त है। मीडिया में खबरें आने के बाद थाना अलीगंज क्षेत्र में अलीगंज एसडीएम और सीओ ने कार्रवाई करते ऐसे आतिशबाजों के खिलाफ अभियान चलाया। पुलिस ने चेकिंग के दौरान लगभग दस किलो बारूद को नष्ट कराया है। आपको बता दें कि अलीगंज तहसील में आतिशबाजी के नौ लाइसेंस हैं लेकिन अवैध तरीके से दर्जनों जगह लोग जान जोखिम में डालकर अवैध पटाखा फैक्ट्री चला रहे हैं।
बस्ती से 500 मीटर की दूरी पर ही बना सकते हैं पटाखे एसडीएम पीएल मौर्य ने सीओ अजय भदौरिया तथा पुलिस बल के साथ आतिशबाजों की दुकानों पर छापेमारी की, डाक बंगला पर बंद पड़ी आतिशबाजी की कोठरी का ताला तोड़कर देखा तो इ काफी समय से काम बंद था, इसलिए कुछ नहीं मिला। इसके बाद सराय बस अड्डा स्थित एक आतिशबाजी की दुकान को देखा, यहां पर आबादी इलाका होने पर कई बार पूर्व में लाइसेंस धारक को हिदायत दी गई लेकिन फिर भी मौके पर आतिशबाजी बनाते पाई गई, जब कि बस्ती से 500 मीटर की दूरी पर आतिशबाजी बनाने का लाइसेंस मिलता है। उसके बाद भी ये आतिशबाज लोगों की जान को जोखिम में डालकर घनी बस्तियों में चोरी छिपे छोटे स्तर पर पटाखा फेक्ट्री चला रहे हैं। इस पर एसडीएम और सीओ ने नाराजगी दिखाते हुए मौके पर मिली आतिशबाजी को मौके पर ही नष्ट करा दिया। उन्होंने आतिशबाज इरशार को अन्तिम चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर दुकान यहां से हटाकर दूसरी जगह नहीं शिफ्ट गई तो लाइसेंस निरस्त कराकर आपके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।