शिवकुमार यादव को किया गिरफ्तार 28 अप्रैल को अवैध खनन को लेकर एसडीएम को धमकाने और खनन से जुड़े हुए ट्रकों को छुड़ाने का दबाव बनाने के मामले में शिवकिशोर यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया था। खनन माफियाओं के खिलाफ पुलिस और प्रशासन की ओर से संयुक्त अभियान में अवैध खनन परिवहन को रोकने और एसडीएम चकरनगर मलखान सिंह को धमकाने के आरोप में शिवकिशोर यादव को गिरफ्तार किया गया। शिवकिशोर यादव की पत्नी सुनीता यादव पिछले साल हुए पंचायत चुनाव में चकरनगर की ब्लाक प्रमुख समाजवादी पार्टी से निर्वाचित हुई थी लेकिन एमएलसी चुनाव से पहले ही शिवकिशोर यादव ने सपा छोड़ भाजपा का दामन धाम लिया था।
भाजपा नेताओं के करीबी हैं शिव किशोर 09 अप्रैल को एमएलसी चुनाव से पहले शिवकिशोर यादव ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और इटावा से भाजपा सांसद प्रो.रामशंकर कठेरिया समेत कई अन्य नेताओं के समक्ष भाजपा खेमे में चले गये। जिसके बाद उनकी भाजपा के नेताओं से लगातार करीबियत बनी हुई है। शिवकिशोर यादव की सांसद और भाजपा नेताओं के साथ मेलमिलाप की तस्वीर वायरल हो गई। खादी व खाकी की कृपा सेवाहन चोरी, अवैध खनन, गुंडागर्दी, अवैध कब्जा करके शिव किशोर यादव ने चंबल क्षेत्र में बहन, पत्नी के नाम से क्षेत्र पंचायत की दोबारा सत्ता हासिल कर किंगमेकर माफिया बन गया। वर्ष 2016 में थाना क्षेत्र के सिरसा गांव निवासी अपनी मुंह बोली बहन सुशीला देवी को क्षेत्रीय राजनेताओं पर भारी पड़ते हुए समाजवादी पार्टी से टिकट दिला कर ब्लॉक प्रमुख बना दिया। क्षेत्र के कद्दावर राजनेताओं को समाजवादी पार्टी के कुछ नेताओं ने दरकिनार कर शिव किशोर को अहमियत देना एक बड़ी बात साबित हुई। वहीं से शिव किशोर ने चंबल के क्षेत्र में अपना पैर जमाया।
मुकदमा दर्ज होने के बाद भी करवाया चुनाव वर्ष 2021 के चुनाव में पुलिस की किलेबंदी के बीच भाजपा प्रत्याशी के काफिले पर नामांकन के दौरान गोलीबारी कर प्रत्याशी को भयभीत कर क्षेत्र के ग्राम पंचायत सदस्यों को धनबल, बाहुबल से अगवा करके अपने पक्ष में एकतरफा चुनाव कराकर पत्नी सुनीता देवी को क्षेत्र पंचायत की कुर्सी पर बैठा दिया। सत्ता में होने के बावजूद भी भाजपा के सांसद विधायक जैसे नेता मात्र शिव किशोर के विरुद्ध थाने में मामला दर्ज कराने तक ही सीमित रहें। मुकदमा दर्ज होने के बावजूद भी किशोर ने अपनी पत्नी के साथ खुलेआम चुनाव करवाया क्योंकि सेटिंग होने से अग्रिम जमानत मिल गई थी बाहरी व्यक्ति होने के बावजूद भी क्षेत्र में रहकर राजनीति के साथ-साथ अन्य कार्यों में बड़ा दखल देने वाले किंग मेकर माफिया के नाम से लोग शिव किशोर को जानने लगे हैं।
सैफई घराने के एक कद्दावर नेता का बाल सखा होने के कारण शिव किशोर ने क्षेत्र में समाजवादी पार्टी का चेहरा ही बदल दिया। शिव किशोर जहां राजनीति व प्रशासनिक सिस्टम को मुठ्ठी रखने सेटिंग लगाता है तो छोटा भाई ब्रजकिशोर मोरम का कारोबार ट्रकों का संचालन मोरम बाजारों में पहुंचाना पैसा कलैक्शन करना का काम देखता है।