2014 में, फ्रांस ने अपने राजनयिक मिशन को ट्यूनीशिया स्थानांतरित कर दिया था। एक साल पहले लीबिया की राजधानी त्रिपोली में उसके दूतावास पर हमला हुआ था। फ्रांस लीबिया में नव निर्वाचित सरकार के लिए अपने समर्थन का संकेत देना चाहता है। प्रधानमंत्री अब्दुल-हामिद मोहम्मद डबीबेह के नेतृत्व में एक पखवाड़े यानी 15 दिन पहले शपथ ली गई थी।
यह त्रिपोली में स्थित अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार और देश के पूर्व में स्थित प्रतिद्वंद्वी सरकार की जगह लेगी और 24 दिसंबर को लीबिया में आम चुनाव होंगे। लंबे समय तक शासक रहे मुअम्मर गद्दाफी के 2011 में चुने जाने के बाद से लीबिया में उथल-पुथल है। फ्रांस, जर्मनी और इटली के विदेश मंत्रियों ने हाल ही में लीबिया के दौरे के साथ नए नेतृत्व का समर्थन किया है।