ऐतिहासिक तीर्थ स्थल श्रंगीरामपुर में महाशिवरात्रि तक चलने वाले कांवरिया मेले में कांवरियों का सैलाब उमड़ पड़ा। रजीपुर-जरारी मार्ग एवं रजीपुर-श्रंगीरामपुर मार्ग पर कांवरियों के जत्थों की लाइनें टूटने का नाम ही नहीं ले रही थीं। रजीपुर चौराहे पर जाम की स्थिति बनी रही। कानपुर-फतेहगढ़ मार्ग से गुजरने वाले वाहनों को निकालने के लिये पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी। श्रगीरामपुर गंगा तट से जल भरकर भोले तेरी बम के जयघोष के साथ कांवरियों के जत्थे शिवालयों की ओर रवाना होने शुरू हो गए। कांवरियों के जत्थे में महिलाएं भी शामिल रहीं। महाशिवरात्रि तक ऐतिहासिक तीर्थ स्थल श्रंगीरामपुर में चलने वाले कांवरिया मेले में भीड़ शुरू हो गयी है। मेले में लगी कांवर सजाने के सामान आदि की दुकानों पर भी रौनक नजर आने लगी। पड़ोसी जनपद एटा , इटावा, कन्नौज आदि के अलावा मध्य प्रदेश के ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया आदि से भी कांवरिये यहां आते हैं। हर जत्थे के साथ उनके निजी रक्षक भी हाथ में डंडे और हाकी लिए मुस्तैद नज़र आ रहे हैं। पैरों में घुंघरू बांधे कांवरिये विशेष तर्ज में साखी गाते हुए आगे बढ़ रहे हैं। भिंड से आये अर्जुन और नरेन्द्र तोमर ने बताया कि कांवर चढ़ाने से उनकी हर मनोकामना पूरी होती है। मध्य प्रदेश समेत कई अन्य राज्यों से श्रद्धालु श्रंगी ऋषि की तपोभूमि श्रंगीरामपुर में कांवर में जल भरने के लिए प्रतिवर्ष आते हैं। इस बार भी कांवरियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है।