इसे भी पढ़ें इलाहाबाद में बसपा नेता की हत्या, जमकर हुआ बवाल, कई राउंड चलीं गोलियां, बस फूंकी गयी मामला फतेहपुर के हस्वा ब्लॉक का है। यहां ब्लॉक प्रमुख अमित लोधी पहले सपा के नजदीक थे। प्रमुखी का चुनाव भी वह सपा के समर्थन से ही जीते थे। पर यूपी चुनाव के पहले ही उनकी नजदीकी बीजेपी के साथ हो गई। इसके बाद उनके भाई का भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करना भी इसी क्रम में देखा गया।
कुल मिलाकर तभी से सपाई यह इस सीट को अपने हाथ से निकली मान चुके थे। बाद में यूपी चुनाव हार के बाद तो बीजेपी की सरकार आने के बाद नजदीकी और बढ़ी। इसके बाद से ही सपाई खेमा इनके खिलाफ लामबंद हो गया। आखिरकार किसी तरह से कुछ सदस्यों को विश्वास में लेकर विरोधी गुट ने बीडीसी सदस्य सुरेन्द्र यादव की अगुवाई में डीएम प्रशांत कुमार से मुलाकात की और अविश्वास प्रस्ताव दिया।
इसे भी पढ़ें राजेश यादव के परिजनों से मिले राम अचल राजभर, कहा योगीराज में बसपा नेताओं को बनाया जा रहा निशाना इस गुट का दावा है कि उनके पास ब्लॉक के 70 सदस्यों का समर्थन है, जबकि वहां कुल सदस्य संख्या 98 ही है। अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले सदस्यों ने डीएम को अपना-अपना हलफनामा भी सौंपा। सदस्यों ने इका कारण विकास कार्य का न होना बताया है। उनका कहना है कि दो साल होने को है और उनके क्षेत्र में किसी तरह का कोई काम नहीं हुआ। यहां तक कि नाली, सड़क और खडंजा भी दुरुस्त नहीं। इसीलिये वो लोग अपना बलॉक प्रमुख बदलना चाहते हैं।
by RAJESH SINGH