कार्तिक कृष्ण अमावस्या तिथि को दिवाली का त्योहार मनाया जाता है। इस वर्ष दिवाली 27 अक्टूबर ( रविवार ) को मनाया जा रहा है। दिवाली पर धन की देवी लक्ष्मी और बुद्धि के दाता गणेश और कुबेर महाराज की पूजा की जाती है।
दिवाली की रात लक्ष्मी पूजन के बाद घर की महिलाए मुख्य दीपक की ज्योत के कालेपन से काजल बनाने का काम करती हैं और घर के सभी सदस्यों के लगाती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं इस दिन काजल क्यों बनाए जाते हैं। आइये जानते हैं कि दिवाली की रात घर में क्यों काजल बनाए जाते हैं…
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बुरी नजर से बचने के लिए काले टीके और काजल का इस्तेमाल किया जाता है। मान्यता है कि दिवाली की रात दीपक से बनाया हुआ काजल लगाने से नजर नहीं लगती है।
कहा जाता है कि दिवाली की रात दीपक से बना हुआ काजल लगाने से घर में सुख-शांति बनी रहती है। दिवाली के दिन धन की तिजोरी, घर की गैस और घर के दरवाजों पर भी काला टीका या काजल लगाया जाता है।
दिवाली के दिन धुंए के बुरे असर को खत्म करने के लिए काजल बहुत उपयोगी माना जाता है दिवाली की रात को घर में दीपक से निर्मित काजल लगाना शुभ माना जाता है।