बताया जा रहा है कि इस बार शरद पूर्णिमा पर ‘महालक्ष्मी संयोग’ बन रहा है। ज्योतिषशास्त्रों के अनुसार, ऐसा दुर्लभ संयोग 30 साल बाद बन रहा है। ये संयोग चंद्रमा और मंगल के आपस में दृष्टि संबंध होने से बनेगा। कहा जा रहा है कि ये संयोग आर्थिक स्थिति को ठीक करने के लिए खास होने वाला है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, शरद पूर्णिमा की रात आकाश से अमृत की वर्षा होती है। इस दौरान कुछ खास और आसान उपाय करके मां लक्ष्मी से यश और धन-धान्य का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है।
ज्योतिषशास्त्रों के अनुसार, शरद पूर्णिमा पर चंद्रमा मीन राशि और मंगल कन्या राशि में रहेगा। वहीं, मंगल हस्त नक्षत्र में रहेगा। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हस्त नक्षत्र चंद्रमा का स्वामित्व वाला नक्षत्र है। इसके अलावा चंद्रमा पर बृहस्पति की दृष्टि भी रहेगा। जिस कारण गजकेसरी नाम का एक और शुभ योग बन रहा है।
ज्योतिषशास्त्रों की मानें तो ग्रहों की ऐसी स्थित 30 साल बाद बन रहा है। ज्योतिषशास्त्रों के अनुसार, ऐसी स्थिति 30 साल पहले शरद पूर्णिमा पर 1989 में बनी थी और अब 2019 में बन रहा है, जो बहुत ही शुभ है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, शरद पूर्णिमा के दिना मां लक्ष्मी अपने वाहन उल्लू पर सवार होकर धरती पर आती हैं और विचरण करती हैं। यही कारण है शरद पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी की उपासना की जाती है और रात में जागरण किया जाता है ताकि मां लक्ष्मी कृपा बनी रहे।