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संतुलित पोर्टफोलियो के हाइब्रिड फंड्स चुने
इंवेस्टमेंट मिक्स में विविधता को देखते हुए हाइब्रिड फंड विविधीकरण, मल्टी-एसेट एलोकेशन और कम सहसंबंध के लाभ प्रदान करते हैं। विकसित राष्ट्रों के अधिकांश हिस्सों में मुद्रास्फीति कम होने और ग्रोथ की रिकवरी की उम्मीद होते हुए, रूस-यूक्रेन झड़प के कारण भू-राजनीतिक झगड़ों ने की वजह से भी कई म्यूचुअल फंड निवेशकों ने एक संतुलित पोर्टफोलियो के मिक्स की ओर रुख करने के इरादे से हाइब्रिड फंड्स चुने है। इसके चलते हाइब्रिड फंड भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। आइए, इन फंडों के प्रदर्शन पर एक नजर डालें। निप्पॉन इंडिया मल्टी एसेट फंड और निप्पॉन इंडिया इक्विटी हाइब्रिड जैसे फंडों ने पिछले एक साल में 16.43 फीसदी और 18.74 फीसदी का मजबूत रिटर्न दिया है। इसी अवधि के दौरान, एचडीएफसी मल्टी एसेट फंड और टाटा मल्टी एसेट फंड का रिटर्न क्रमश: 13.98 फीसदी और 15.25 फीसदी था।
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भारतीय इक्विटी और डेट दोनों आकर्षक
बैलेंस्ड एडवांटेज फंडों में जो हाइब्रिड कैटिगरी में हैं, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल और सुंदरम ने 10.94 फीसदी और 11.06 फीसदी का वार्षिक रिटर्न दिया है, जबकि निप्पॉन इंडिया बैलेंस्ड एडवांटेज फंड ने 11.29 फीसदी का हाई रिटर्न दिया है। वित्त जगत के जानकारों का मानना है कि भारत वैश्विक स्तर पर सबसे मजबूत अर्थव्यवस्थाओं में से एक बना हुआ है और विदेशी निवेशकों के लिए बेहद आकर्षक है, जो भारतीय इक्विटी और डेट दोनों को बेहद आकर्षक बनाता है। इसलिए, इक्विटी और डेट का संयोजन उन निवेशकों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है, जो या तो जोखिम लेने से झिझकते हैं या जो अपने पोर्टफोलियो को संतुलित करना या उसमें विविधता लाना चाहते हैं।