यह भी पढ़ें – एक माह में दूसरी बार महंगा हुआ LPG सिलेंडर, गैस डीलरों के कमीशन बढ़ने से इतने रुपए का हुआ इजाफा बैंक की प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी पद्मजा चंदुरू ने यहां संवाददाताओं को बताया, “बैंक ने आईएलएंडएफएस के 10 कर्ज खातों को कुल 1,809 करोड़ रुपये का कर्ज दिया है। इसमें से छह स्पेशल पर्पज व्हिकल (एसपीवी ऑफ आईएलएंडएफएस) को दिए गए हैं, जिसके राजस्व को एसक्रो खातों में रोक कर रखा जाता है।”
यह भी पढ़ें – केंद्र सरकार को आरबीआई से नहीं चाहिए 3.6 लाख करोड़ की पूंजी: सुभाष चंद्र गर्ग उन्होंने कहा कि इन 10 में से एक खाता तीन साल पहले ‘बुरा’ बन गया था, (कर्ज नहीं लौटाया जा रहा था) उसके बाद सरकारी बैंक ने इस संबंध में जरूरी प्रावधान (बैंक ने खुद कर्ज की भरपाई की) किया। उन्होंने बताया कि हाल में 172 करोड़ रुपये का कर्ज गैर-निष्पादित (नहीं चुकाया गया) बन गया।
यह भी पढें – इस्लामिक बैंकिंग के नाम पर ठगे करोड़ों रुपए, 144 गुना अधिक रकम चुकाने का लालच देकर करते थे ठगी चंदुरू ने कहा कि दो और कर्ज खातों को वॉच लिस्ट (पर नजर रखी जा रही है) में डाला गया है, जिनमें कुल 130 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है। इंडियन बैंक ने गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को कुल 20,477 करोड़ रुपये के कर्ज बांटे हैं, जो कि कुल कर्ज का 30 सितंबर तक 12.40 फीसदी था।