सबसे खास बात ये है कि इस धंधे को करने के लिए सरकार भी आपको न सिर्फ क्रेडिट कार्ड की सुविधा दी बल्कि आपको प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ( PM Mudra Loan Yojna ) के तहत लोन फैसिलिटी भी मिलती है। वो भी सब्सिडाइज्ड रेट पर। सरकार की मुद्रा ( Mudra Scheme ) स्कीम के तहत आप डेयरी प्रोडक्ट की मैनुफैक्चरिंग यूनिट लगा सकते हैं बल्कि सरकार ने इस उद्योग धंधे के लिए अलग से एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाई है।
कितनी मदद करेगी सरकार- PM Mudra loan के तहत सरकार छोटे उद्मियों को बिजनेस शुर करने के लिए मदद करती है और इसमें डेयरी उद्योग भी शामिल है । अगर आप 16 लाख का प्रोजेक्ट लगाना चाहते हैं तो आपको सिर्फ 5 लाख रुपए की जरूरत होगी क्योंकि सरकार 70 फीसदी तक लोन सरकार दे देगी । डेयरी प्रोडक्ट्स ( Dairy Products ) में आप फ्लेवर मिल्क, दही, बटर मिल्क और घी बनाकर बेच सकते हैं।
कितना होगा फायदा- प्रधानमंत्री मुद्रा स्कीम ( Mudra Loan ) के प्रोजेक्ट प्रोफाइल के मुताबिक एक साल में आप लगभग 75 हजार लीटर फ्लेवर मिल्क सेल कर सकते हैं, इसके अलावा लगभग 36 हजार लीटर दही, बटर मिल्क 90 हजार लीटर और 4500 किलोग्राम घी बना कर सेल कर सकते हैं। इससे आप लगभग 82.50 लाख रुपए का टर्नओवर हो जाएगा। जिसमें आपको लगभग 74 लाख रूपए की कॉस्टिंग होगी जबकि 14 फीसदी ब्याज निकालने के बाद भी आपको लगभग 8 लाख की बचत हो सकती है। यानि हमारे और आपके कैलुलेशन से कहीं ज्यादा ।
इंफ्रास्ट्रक्चर है बेहद जरूरी- डेयरी उद्योग ( Dairy Business ) के लिए आपके पास 1000 स्कवायर फीट की जगह होनी चाहिए। 500 स्कवायर फीट की जगह प्रोसेसिंग एरिया बनाने के लिए, 150 स्कवायर फीट रेफ्रिजरेशन रूम, वाशिंग एरिया 150 स्कवायर फुट, ऑफिस स्पेस 100 वर्ग फुट और टॉयलेट के लिए भी कुछ जगह चाहिए होगी।