कर्मचारियों का कहना था कि उनका वेतन करीब दस हजार रुपये है, लेकिन कंपनी सिर्फ 4500 रुपये ही देती है। ड्यूटी का समय भी 12 घंटे हैं। कर्मचारी वेतन बढ़ाकर 15 हजार करने और ड्यूटी का समय घटाकर आठ घंटे करने की मांग कर रहे हैं। मांग पूरी नहीं होने पर ये हड़ताल पर चले गए। दोपहर में हड़ताली कर्मचारी सीएमओ डॉ. एसके दीक्षित से मिले और अपनी मांगें बतायी। सीएमओ ने कहा कि वे सभी निजी कंपनी के कर्मी हैं, इसलिए उनकी मांगें स्वास्थ्य विभाग पूरी नहीं कर सकता।
दोपहर तक हड़ताल समाप्त नहीं होने पर सीएमओ ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। हड़तलियों ने दोपहर में शिकोहाबाद स्थित संयुक्त चिकित्सालय गेट के सामने बैठक कर नारेबाजी की। मौके पर पहुंचे मंडल प्रभारी उमेश श्रीवास्तव और सीओ शिकोहाबाद अजय कुमार सिंह ने कर्मचारियों को समझाया। इसके बाद हड़ताल समाप्त हो गई। एंबुलेंस चालकों के हड़ताल पर जाने के बाद मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। काल आने के बाद भी एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची। बाद में एंबुलेंस सेवा शुरू हुई।