मामले की जांच के लिए पुलिस गांव पहुंची जहां ग्रामीणों ने बताया कि झोलाछाप डॉक्टर ग्रामीणों को कोरोना का भय दिखाकर उनसे पैसे ऐंठता है। पैसे न देने पर स्वास्थ्य विभाग को जानकारी देकर 14 दिन के लिए आइसोलेट करने की कहता है। गांव में मरीज देखते समय डॉक्टर ने ऐसा ही किया। मरीज को कोरोना बता दिया। इस मामले में इंस्पेक्टर शिकोहाबाद पीके मलिक का कहना है कि तहरीर के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। वहीं, सीएमओ डॉ. नीता कुलश्रेष्ठ का कहना है कि ऐसे झोलाछाप डॉक्टर जो कोरोना को लेकर भय का माहौल पैदा कर रहे हैं। उनके विरुद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।