घर से बाहर उसका प्रदर्शन शानदार रहा है क्योंकि उसने तीन मैच घर से बाहर जीते हैं लेकिन घर में उसका प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। घर में अब तक खेले गए चार मैचों में से तीन में उसे हार मिली है। पुणे को शनिवार को अपने निलम्बित कोच रैंको पोपोविक के बगैर ही नार्थईस्ट को हराते हुए घर में अपना रिकार्ड बेहतर करने की चुनौती पार करनी होगी। एफसी गोवा पर मिली जीत के बाद पुणे की टीम 10 टीमों की तालिका में चौथे स्थान पर पहुंच गई है। उसने घर से बाहर इस साल लीग की सबसे कठिन टीमों में से एक – जमशेदपुर एफसी को भी हराया है।
पुणे का सामना ऐसी टीम से है, जो अभी तालिका में नौवें स्थान पर है। इस टीम ने अब तक खेले गए छह मैचों में से चार गंवाए हैं जबकि एक में उसकी जीत हुई है। एक मैच ड्रॉ रहा है। पुणे के लिए चुनौती यह होगी कि उसे अपने कोच के बगैर ही जीत हासिल करनी है क्योंकि पोपोविक को गोवा के साथ हुए मैच के बाद आचार संहिता के उल्लंघन के लिए चार मैचों के लिए निलम्बित कर दिया गया है।
अब सहायक कोच व्लाडिका ग्रुजिक पर पोपोविक की गैरमौजूदगी में पुणे को घर में खराब प्रदर्शन से उबारने के चुनौती होगी। पुणे के लिए अच्छी बात यह है कि उसका सामना एक ऐसी टीम के साथ हो रहा है जो इस सीजन में लगातार संघर्ष कर रही है। इस टीम ने छह मैचों से अब तक सिर्फ चार अंक जुटाए हैं। ग्रुजिक ने हालांकि कहा कि अंक तालिका क्या कह रही है, इस पर जाना ठीक नहीं है क्योंकि नार्थईस्ट इससे बेहतर टीम है।
ग्रुजिक के शब्द नार्थईस्ट युनाइटेड के कोच जोआओ डे डेउस को अच्छे लगेंगे। उनकी टीम लगातार अच्छा नहीं खेल सकी है और यही कारण है कि वह लगातार तीन मैच गंवा चुकी है। डेउस ने कहा कि वह अपनी रणनीति में कोई बदलाव नहीं करने जा रहे हैं। कोच ने हालांकि यह स्पष्ट किया कि उनकी टीम आने वाले मैचों में किसी भी टीम को बोनस के तौर पर गोल करने का मौका प्रदान नहीं करेगी।