आइएसएल : अब तक खिताब से दूर एफसी गोवा है इस बार सबसे बड़ी दावेदार
बेंगलुरु को चाहिए तीन अंक
आपको बता दें कि बेंगलुरु को यहां पूरे तीन अंक चाहिए। दूसरे चरण में जब वह नार्थईस्ट के खिलाफ मैदान पर उतरेगी तो उसकी साख दांव पर होगी। गुवाहाटी में खेले गए पहले चरण के मैच में कार्लोस कुआड्राट की टीम को नार्थईस्ट ने 2-1 से हार सौंपी थी। इस हार ने बेंगलुरु के बीते पांच मैचों के खराब फॉर्म को जारी रखा था जहां उसे सिर्फ एक जीत ही मिली थी, जबकि तीन हार भी उसके हिस्से आई थी। कुआड्राट ने कहा, “हम एक बड़े मैच के लिए तैयार हैं। हम अच्छे मूड में हैं। हमें उम्मीद है कि कांतीरावा में घरेलू समर्थकों के सामने हम उन्हें वो मैच दे सकते हैं जो वो हमेशा याद रखेंगे।” बेंगलुरु के पास इस अहम मैच में उतरने से पहले घर से बाहर गुवाहाटी में किया गया एक गोल है जो सिसको फर्नांडेज ने किया था। घर से बाहर गोल का मतलब है कि यहां सिर्फ एक गोल से जीत उसके लिए काफी होगी। मेजबान टीम अपने मुख्य खिलाड़ियों मीकू और सुनील छेत्री के भरोसे होगी।
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आईएसएल के प्लेऑफ में पहली बार नार्थईस्ट ने बनाई है जगह
बता दें कि पहली बार आईएसएल के प्लेऑफ में जगह बनाने वाली नार्थईस्ट को बेंगलुरु में अपने स्टार खिलाड़ी बाथोर्लोमेव ओग्बेचे के बिना उतरना होगा। नार्थईस्ट युनाइटेड एफसी के कोच एल्को स्कोटेरी को एक शानदार जीत के बाद अपने संसाधनों को और मजूबत करना होगा। पहले चरण में जीत के लिए उसे कीमत चुकानी पड़ी थी। पहले चरण के मैच में ओग्बेचे को मांसपेशियों में खिंचाव हो गया था। मेहमान टीम अपने मिडफील्डर रोवलिन बोर्जेस की फिटनेस समस्या से भी जूझ रही है, जिन्हें गुवाहाटी में दूसरे हाफ में बाहर जाना पड़ा था। ओग्बेचे की गैरमौजूदगी में नार्थईस्ट की टीम फ्रेडेरिको गालेगो के ऊपर निर्भर करेगी। यह खिलाड़ी नार्थईस्ट के यहां तक के सफर का अहम हिस्सा रहा है। गालेगो की हमवतन जुआन मासिया के साथ साझेदारी टीम के लिए बेहद काम की साबित हो सकती है। स्कोटेरी ने कहा, “मैं जानता हूं कि बेंगलुरु एफसी किस तरह से खेलती है और वो जानते हैं कि हम किस तरह से खेलते हैं। पिछले मैच में पहले हाफ में हम उन पर हावी रहे थे। हमने दो अहम खिलाड़ी खो दिए थे। दूसरा हाफ हमारे लिए और मुश्किल था। हम जानते हैं कि यह मैच हमारे लिए करो या मरो की तरह है। हमारी कोशिश फाइनल में जाने की होगी।” दोनों कोच जानते हैं कि यह निर्णायक मुकाबला है। दोनों कोच अपने उत्तराधिकारी के बिना उतरेंगे, क्योंकि पहले चरण के मैच में हुए विवाद के कारण उन्हें प्रतिबंधित कर दिया था। दोनों जानते हैं कि इस मैच में काफी कुछ दांव पर लगा है।