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गाडरवारा

नगर में एकता व भाईचारे से मनाया जाता है मुहर्रम

मुस्लिमों का मातमी पर्व मोहर्रम प्रारंभ

गाडरवाराSep 15, 2018 / 05:27 pm

ajay khare

Muharram

Muharram

गाडरवारा। मुस्लिम समुदाय का मातमी पर्व मोहर्रम जो शहीदाने करबला हजरत इमाम हसन-हुसैन की याद में मनाया जाता है। चांद दिखने के बाद से ही दरगाहों इमामबाड़ो पर शहीदी कलाम गूंजने लगे हैं, घरों घर इबादत के साथ कुरानख्वानी एवं मरसियाख्वानी का आयोजन भी चल रहा है। अकीदतमंद एवं बुजुर्गानेदीन से निश्वत रखने वाले दरगाहों पर परचम एवं संदल चढ़ाने पहली तारीख से ही पहुंचने लगे हैं। प्रमुख स्थानों पर परचम भी लगाने का दौर जारी है। ताजियेदारों के घर ताजिये बनाने का कार्य भी प्रारंभ हो गया है। मोहर्रम की पांच तारीख से इस पर्व का मजमा ज्यादा नजर आने लगेगा। इसी दिन बाद नमाज जौहर इमामबाड़ों की टिपारियां बाबाओं की आमद के साथ शहर में गश्त करती हुई अपने मुकाम पहुंचेगी। रोजाना छबील, शरबत वितरण का कार्यक्रम भी चल रहा है। दरगाहों एवं इमामबाड़ों पर साज सज्जा भी हो रही है। टिपारियां गश्त होने के बाद में अपने अपने मुकामों पर सवारी नेजा बनाकर खड़ी की जाएंगी। मोहर्रम पर्व नगर में एकता व भाईचारे के साथ मनाया जाता है। यहां पर कई हिन्दू भाईयों पर भी बाबाओं की आमद होती है। जबरन देवी दरबार इसकी मिशाल है, जहां पर पं रमा पाठक का देवी मां का दरबार सजता है, वहीं सवारियां भी खड़ी होती हैं।
यह है मुहर्रम का रोज का कार्यक्रम
मुस्लिम त्योहार कमेटी से प्राप्त जानकारी के अनुसार मोहर्रम की 4 तारीख अर्थात 15 सितंबर को हजरत बड़े बली मुकरबा, रमाकांत पाठक सहित अनेकों स्थानों पर सवारी खड़ी हो रही हैं। मोहर्रम की 5 तारीख पर 16 सितंबर को विभिन्न स्थानों से टिपारी बाबा एवं चादर परचम निकाले जाएंगे। मोहर्रम की 7 तारीख 18 सितंबर को दिन में लगभग चार बजे से काजी मोहल्ला नया बस स्टैंड हुसैन बाबू खान, असलम बाबा के यहां से दो मेहंदी ताजिया नगर के विभिन्न मार्गो से भ्रमण कराए जाकर पुन: अपने यथास्थान पर पहुंचते हैं। मोहर्रम की 7 तारीख को ही रात 10 बजे से सवारियां उठने का क्रम आरंभ हो जाता है। जिनमें गरीब नवाज चौकी, मुकरबा दरबार इंदिरा कॉन्पलेक्स, सुल्तान खान अलका टॉकीज के पास, बबलू साहू बीजासेन, रमाकांत पाठक महावीर भवन, बंगलावाले जम्मू हुसैन, यशवंत जैन, झोरे वाले, असलम फू्रट वाले, मदीना दरबार कमेटी, जमील बाबा, लियाकत अली, बावड़ी अखाड़ा, अनुराग पगारे पाकर वाले बाबा, दीपक ठाकुर, अखाड़े वाले बाबा, ताजी आरिफ खान बीजासेन वार्ड सहित अन्य स्थानों पर सवारियां बाबा लोग रन करते हैं। मोहर्रम की 9 तारीख को 20 सितंबर को संपूर्ण बाबा चौकियों पर संपूर्ण रात्रि आयोजन होते रहते हैं। वहीं मोहर्रम की 10 तारीख को 21 सितंबर को सुबह आठ बजे के लगभग सभी ताजिए इंदिरा कांप्लेक्स में एकत्र होंगे। अपनी.अपनी चौकी से सभी सवारियां उठाकर इंदिरा कांप्लेक्स में भ्रमण करते हुए विभिन्न स्थानों पर जाएंगी। रात में सभी ताजिए चावड़ी बारह भाई इमामबाड़े पर एकत्र होकर सुबह तक रखे रहते हैं। जहां रात्रि नौ बजे से सवारियों का आवागमन प्रारंभ होगा। 22 सितंबर को मोहर्रम की 11 तारीख पर सुबह सारे ताजिए चावड़ी से उठकर पुराने थाने पर एकत्र होकर नदी कर्बला में विसर्जन हेतु रवाना होंगे।

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