गाजियाबाद. मुरादनगर के गांव उखलारसी स्थित श्मशान घाट के निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदार अजय त्यागी के पास यहां के अलावा अन्य कई जगह के श्मशान घाट का ठेका था। गाजियाबाद के रईसपुर गांव के पार्षद मनोज चौधरी ने बताया कि रईसपुर गांव यानी उनके वार्ड में भी ठेकेदार अजय त्यागी को ही श्मशान घाट के निर्माण कार्य का ठेका मिला था। जैसे ही ठेकेदार अजय काम करने के लिए पहुंचा तो उन्होंने साफ तौर पर कह दिया कि काम करना है तो सभी मानकों के अनुसार करना होगा, लेकिन ठेकेदार ने उनकी बात को गंभीरता से नहीं लिया और लेबर लेकर पहुंच गया।
यह भी पढ़ें- योगी सरकार ने इन अधिकारियों को बनाया चपरासी और चौकीदार, जानिये क्यों की ये कार्रवाई ठेकेदार अजय त्यागी के लेबर लेकर पहुंचने पर पार्षद मनोज चौधरी ने फिर वही बात दोहराई और कहा कि पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि मेरे वार्ड में निर्माण कार्य मानकों के आधार पर होगा। यहां 13 शैड लगाने होंगे और एक छज्जा तथा एक गेट भी लगाना होगा। जब पार्षद मनोज चौधरी ने टेंडर के अनुसार कार्य किए जाने की बात दोहराई तो ठेकेदार अजय त्यागी अपनी लेबर समेत वहां से लौट गया। कांग्रेस के पार्षद मनोज चौधरी ने बताया कि उनके वार्ड में भी ठेकेदार अजय त्यागी ने श्मशान घाट का टेंडर लिया था, लेकिन निर्माण से पहले ही उन्होंने ठेकेदार फर्म को सजग कर दिया था कि उनके वार्ड में गुणवत्ता से समझौता नहीं चलेगा। यदि मनोज चौधरी उस समय सजग नहीं होते तो रईसपुर के श्मशान घाट में भी हादसे की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
पार्षद मनोज चौधरी ने बताया कि ठेकेदार अजय त्यागी को स्पष्ट बता दिया था कि चार फुट की गहराई पर पिलर लगेंगे और 16 एमएम के सरिये के साथ पिलर पर शैड डाला जाएगा। एक बीघा भूक्षेत्र में इन्टरलॉकिंग टाइल का काम किया जाएगा। जब उन्होंने यह शर्त रखी तो ठेकेदार ने यू टर्न ले लिया और उसके बाद वह काम करने नहीं आया। मनोज चौधरी का कहना है कि यदि वह उस वक्त सजग नहीं होते तो रईस पुर में भी मुरादनगर जैसा ही हादसा हो सकता था।