scriptGround Report-2 : परिजनों ने उठाए सवाल, बोले- जब पहले पुलिस पर 7 राउंड फायरिंग हुई तो वह कैसे सुरक्षित? | controversy over ghaziabad encounter intjar family charges | Patrika News
गाज़ियाबाद

Ground Report-2 : परिजनों ने उठाए सवाल, बोले- जब पहले पुलिस पर 7 राउंड फायरिंग हुई तो वह कैसे सुरक्षित?

गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर क्षेत्र में 11 नवंबर को पुलिस और गो तस्करों के बीच हुई मुठभेड़ विवादों में घिरती जा रही है। आश्चर्य की बात है कि मुठभेड़ में सभी सातों गो तस्करों के पैर में एक ही स्थान पर गोली लगी, लेकिन किसी पुलिसकर्मी को खरोंच तक नहीं आई। जबकि पुलिस के अनुसार, बदमाशों ने भी 7 राउंड फायरिंग की थी। पुलिस के इस एनकाउंटर को लेकर तमाम सवाल उठ रहे हैं।

गाज़ियाबादNov 21, 2021 / 12:44 pm

lokesh verma

ghaziabad-encounter.jpg
गाजियाबाद. लोनी बॉर्डर क्षेत्र में 11 नवंबर को पुलिस और गो तस्करों के बीच हुई मुठभेड़ विवादों में घिरती जा रही है। आश्चर्य की बात है कि मुठभेड़ में सभी सातों गो तस्करों के पैर में एक ही स्थान पर गोली लगी, लेकिन किसी पुलिसकर्मी को खरोंच तक नहीं आई। जबकि पुलिस के अनुसार, बदमाशों ने भी 7 राउंड फायरिंग की थी। पुलिस के इस एनकाउंटर को लेकर तमाम सवाल उठ रहे हैं। वहीं, गिरफ्तार गो तस्करों के परिजन इसे फर्जी बता रहे हैं। पुलिस गिरफ्त में आए आरोपियों में इंतजार भी शामिल है। 20 वर्षीय इंतजार के परिजनों का कहना है कि उसी पर पूरे परिवार का पेट पालने की जिम्मेदारी थी, क्योंकि पिता का 11 साल पहले इंतकाल हो चुका है। आखिर एनकाउंटर के दौरान क्या हुआ था और आरोपी कौन हैं? यह जानने के लिए ‘पत्रिका’ संवाददाता तेजेश चौहान ने दूसरे आरोपी इंतजार के परिवार से विशेष बात की। पेश है ग्राउंड जीरो से ये रिपोर्ट-
इंतजार के पास थी बड़ी जिम्मेदारी

पत्रिका की टीम इंतजार के घर पहुंची तो वहां उसकी पत्नी और दो बच्चों के साथ मां मिली। मां समीना ने बताया कि इंतजार ही उनका सबसे बड़ा बेटा है। उसके कांधों पर ही परिवार के पालन पोषण की जिम्मेदारी थी। छह भाई-बहनों में इंतजार सबसे बड़ा है और उसके भी एक बेटा और एक बेटी है। समीना ने बताया कि पहले परिवार शहीद नगर में रहता था, लेकिन पति के इंतकाल के बाद उन्होंने अशोक नगर में 50 गज का छोटा सा घर बना लिया। इंतजार एक बड़े कबाड़ के गोदाम में मजदूरी करता था। समीना ने बताया कि इंतजार रात को बच्चों की वजह से घर आ जाता था, लेकिन उस रात वह वहीं सो गया था।
ghaziabad-encounter2.jpg
इंतजार की मां का कहना है कि 11 नवंबर को इंतजार गोदाम पर ही रुक था। उसी रात पुलिस ने गोदाम पर छापा मारकर गोदाम पर मौजूद सातों लोगों के पैर में गोली मारकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। समीना ने बताया कि सुबह के वक्त इंतजार और आसिफ का लगातार फोन मिलाया, लेकिन उनका स्विच ऑफ आता रहा। इसके दो दिन बाद उन्हें सोशल मीडिया पर एनकाउंटर के दौरान पैर में गोली लगने की जानकारी मिली। जब वह पता करने कबाड़ गोदाम पहुंचे तो पता चला कि पुलिस ने गोली मारकर गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से रोजाना इंतजार घर आ जाता था। अगर उस रात भी घर आ जाता तो शायद उनके घर का मुखिया आज जेल जाने और आरोपी बनने से बच जाता।
‘वाहवाही लूटने के लिए बेवजह फंसाया’

इंतजार की मां ने कहा कि उनके किसी भी बच्चे का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। पूरा मोहल्ला उनका इस बात की गवाही देने को तैयार है। जहां पर पुलिस ने गाय कटान या गो तस्करी की बात कही है। वहां ऐसा कुछ नहीं है, केवल वह कबाड़ का गोदाम है। पुलिस ने केवल वाहवाही लूटने के लिए दोनों बेटों को बेवजह फंसाया है। इंतजार के परिजनों का यह भी आरोप है कि पुलिस कह रही है कि पहले उन पर फायरिंग हुई थी तो एक भी पुलिसकर्मी को गोली क्यों नहीं लगी? जबकि इन सातों के पैरों में एक ही जगह गोली लगी है। परिजनों का आरोप है कि उनके दोनों बेटों के पास कोई हथियार भी नहीं था। जबकि सभी पर पुलिस ने हथियार बताए हैं।
अब्बू को याद कर रोते हैं बच्चे

ghaziabad-encounter3.jpg
इंतजार के छोटे भाई-बहन के अलावा उसकी पत्नी और दोनों बच्चे रोजाना इंतजार को याद करते हैं। खासतौर से इंतजार के मासूम बच्चे अब्बू को याद कर रोते हैं। क्योंकि जब भी इंतजार काम के बाद घर लौटता था तो अपने अपने बच्चों के लिए कुछ ना कुछ खाने पीने का सामान जरूर लेकर आता था। उन्होंने बताया कि वह रोजाना घर लौटने के बाद अपने बच्चों के साथ बहुत देर तक खेलता था। इसलिए उसका बेटा देर रात तक भी अब्बू-अब्बू कह कर रोता है।

Home / Ghaziabad / Ground Report-2 : परिजनों ने उठाए सवाल, बोले- जब पहले पुलिस पर 7 राउंड फायरिंग हुई तो वह कैसे सुरक्षित?

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो