32 मरीजों में से 21 मरीजों में डेंगू संक्रमण की हुई पुष्टि बता दें कि लखनऊ में डेंगू के कहर के बीच सीएमओ ने मरीजों की भर्ती और इलाज की व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश जारी किए हैं। इसी कड़ी में बलरामपुर अस्पताल की ओपीडी विभिन्न इलाकों के 32 मरीजों की एइलाज के लिए जांच के सैंपलों को भेजा गया है। जिसमें से 21 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। जबकि शहर के पास आलमबाग, आशियाना समेत अन्य इलाकों में करीब 20 लोगों में डेंगू संक्रमण की पुष्टि हुई है। गोमतीनगर के एक निजी अस्पताल में तीन डेंगू पीड़ितों को भर्ती किया गया। इन मरीजों में प्लेटलेट्स काउंट सामान्य से काफी कम है। इंदिरानगर के निजी अस्पताल में पांच डेंगू पीड़ित भर्ती हैं।
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यूपी में अगले दो दिन तक झूम के बरसेंगे बदरा, जानें कब तक रहेगा मॉनसून डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव जारी उधर, गाजियाबाद में 12 दिन में किए गए सर्वे में 20 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डेंगू का लार्वा मिला है। जिसके बाद मलेरिया विभाग ने पीएचसी प्रभारियों को नोटिस जारी करते हुए उन्हें पूरी साफ-सफाई और ऐहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। निर्देश में लापरवाही करने पर जुर्माना लगाने की बात कही गई है। जिला सर्विलांस अधिकारी आरके गुप्ता ने बताया कि पीएचसी, सीएचसी और जिला अस्पतालों में डेंगू, मलेरिया, स्वाइन फ्लू और टायफायड की जांच तेज कर दी गई है। डेंगू प्रभावित 70 अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में कीटनाशक दवाओं के छिड़काव के साथ ही विशेष फागिंग कराई जा रही है।
सीएम योगी ने गड्ढामुक्त सड़कें करने का अल्टीमेटम दिया गौरतलब है कि राजधानी समेत उत्तर भारत के कई इलाकों में भारी बारिश का दौर चल रहा है। इस बीच मौसम विभाग ने भी अगले दो दिनों तक तकरीबन 50 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। ऐसे में बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सड़कों पर जगह-जगह जलभराव की स्थिति हो गई है। गड्ढों में पानी भर गया है, जिससे मच्छरों के पनपने का खतरा बढ़ गया है। कई ऐसे भी इलाके हैं, जहां साफ-सफाई नहीं होने से मच्छरों की भरमार है। हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दूसरे कार्यकाल में भी प्रदेशव्यापी गड्ढामुक्ति अभियान चलाकर 15 नवंबर तक सड़कें पूरी तरह गड्ढामुक्त करने का अल्टीमेटम जारी किया है।