जबकि आमतौर पर लंबित मामलों का हवाला देते हुए सीबीआई कई बार केस दर्ज करने से इनकार कर देती है, लेकिन इस बार सीबीआई ने पेटीएम की शिकायत पर तुरंत ही मामला दर्ज कर लिया।जबकि आमतौर पर वह केंद्र सरकार, सुप्रीम कोर्ट या फिर किसी हाई कोर्ट के दिशा-निर्देश के बाद ही मामला दर्ज करती है।
खबरों के मुताबिक सीबीआई ने पेटीएम की शिकायत पर दिल्ली के कालकाजी, गोविंदपुरी और साकेत में रहने वाले 15 ग्राहकों और पेटीएम की सेवा प्रदाता कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इस मामले में पेटीएम की ओर से विधि प्रबंधक एम शिवकुमार ने शिकायत दर्ज कराई है।
शिकायत में कहा गया है कि कंपनी किसी भी ग्राहक को मिले खराब उत्पाद की डिलेवरी के बाद शिकायत प्राप्त होने पर उस ग्राहक को उत्पाद के मुल्य का भुगतान करती है और खराब उत्पाद को मंगवाकर वापस मर्चेंट के पास भेज देती है।
बताया जा रहा है कि कंपवी की ओर से यह काम चुनिंदा ग्राहक सेवा अधिकारियों के द्वारा किया जाता है जिन्हें विशिष्ट आईडी और पासवर्ड दिए जाते हैं। शिकायत के मुताबिक कंपनी ने डांच में पाया कि कुल 48 मामलों में ग्राहकों को सामान की भी आपूर्ति की गई और उन्हें रिफंड भी दिया गया।
कंपनी का कहना है कि कुल मिलाकर उन ग्राहकों को उनके ऑर्डर का सामान भी मिला और साथ ही रिफंड भी। इससे कंपनी को यह मालूम होता है कि इस पूरे मामले में गड़बड़ की गई है और जानबूझकर कंपनी को नुकसान पहुंचाया गया है।